कालेज छात्रों ने प्रशासन को सौंपा ज्ञापन
कोरबा 26 फरवरी। कलेक्टोरेट पहुंचे कुछ कालेज छात्रों ने प्रशासन को ज्ञापन सौंपा है। इसमें फ ीस जमा करने कालेज की ओर से दबाव बनाने का आरोप लगाया गया है। उनका कहना है कि कोरोना काल में स्कूल-कालेज के पट बंद रहे। आधे से ज्यादा सत्र कक्षाएं लगी ही नहीं। जनवरी के बाद कहीं जाकर अध्ययन-अध्यापन की व्यवस्था पटरी पर आना शुरू हुई। अभी पढ़ाई ठीक से शुरू हुए दो माह भी नहीं बीते हैं और कालेज प्रबंधन सालभर की फ ीस जमा करने दबाव बना रहा। यह भी कहा जा रहा कि अगर फ ीस नहीं भरा गया, तो ऐसे छात्र परीक्षा से वंचित भी हो सकते हैं।
अपनी समस्या का हल पाने प्रशासन के समक्ष फ रियाद लेकर पहुंचे इन कालेज छात्रों का कहना है कि कोरोनाकाल में हमारे घर-परिवार और व्यवसाय की स्थिति बहुत ज्यादा चरमरा गई है। इससे परिजन आर्थिक रूप से काफ ी परेशानियों का सामान करना पड़ रहा है। भविष्य बेहतर करने के लिए पढ़ाई भी जरूरी है। पर संकटकाल की परिस्थितियों में राहत का जतन करने की बजाय कालेज प्रशासन मनमानी पर तुला है। हम सभी छात्र-छात्राओं से पूरे साल भर की फ ीस जमा कराई जा रही है, जबकि शिक्षा सत्र 2020-21 में जनवरी 2021 तक एक भी क्लास नहीं लगी। परिवार की आर्थिक स्थिति इतनी दयनीय है कि घर का खर्च चलाना भी मुश्किल होता जा रहा है। ऐसे समय मे हमारे पास बहुत ज्यादा संकट की स्थिति है। उधर कालेज के प्राचार्य बार-बार यह समझाइश दे रहे है कि सभी विद्यार्थी अपनी पूरे साल की फ ीस कालेज में जमा करें। यह भी कहा जा रहा कि ऐसा नहीं करने पर विद्यार्थी परीक्षा से वंचित हो सकते है, जिसकी पूरी जवाबदारी विद्यार्थी की होगी। ऐसे दबाव में हम सब छात्र-छात्राओ अपनी पढ़ाई छोड़ने पर मजबूत हो रहे हैं। मानसिक तौर पर प्रताड़ित होना पड़ रहा है। ज्ञापन सौंपे जाने के दौरान मुख्य रूप से बंटी दीवान, जुनैद मेमन, दिवाकर राजपूत, कमल दास, अभिषेक सिंह, अभिषेक तिवारी, योगेश जायसवाल, अल्तमश अहमद, सत्यम आनंद, अभिजीत सिंह, मोहित तिवारी, तरुण, अनाद, जैशु निषाद, हरीश पटेल अन्य उपस्थित थे।
विद्यार्थियों का कहना है कि वे सभी जनवरी से अप्रैल तक का मासिक शुल्क देने को भी तैयार हैं। पर कालेज प्रशासन हमारी बात मानने को तैयार नहीं हो रहा। ऐसे में छात्र-छात्राएं बहुत ही निराश होकर कलेक्टर को ज्ञापन सौंपने विवश हुए हैँ। उनका कहना है कि हमारी मांगों को कालेज प्रशासन की ओर से हर बार नजरअंदाज कर दिया जाता है। इस बार हमारी मांगों को नजरअंदाज किया गया तो समस्त छात्रों को विवश होकर आंदोलन का सहारा लेना पड़ेगा। संस्था के सभी विद्यार्थी आगामी एक सप्ताह के भीतर धरना-प्रदर्शन किया जाएगा, जिसकी संपूर्ण जवाबदारी कालेज प्रशासन की होगी।