November 21, 2024

पात्र हितग्राही का राशन कार्ड जल्द बनेःहितानंद

कोरबा 2 मार्च। 1 मार्च को विपक्षी पार्षद दल द्वारा नगर निगम आयुक्त, जिलाधीश, खाद्य विभाग एवं जोन कमिश्नर के नाम से राशन कार्ड में हो रही अनियमितताओं के संबंध में ज्ञापन सौंपा गया।

ज्ञापन में बताया गया है कि राशन कार्ड बनाने हेतु जनगणना सूची 2011 की आवश्यकता होती है। किंतु जिनका नाम सूची में नहीं है उनके लिए वार्ड के जनप्रतिनिधि द्वारा प्रमाणित भौतिक सत्यापन कर कार्ड बनाने का प्रावधान शासन द्वारा तय किया गया है। क्योंकि पार्षद अपने वार्ड का प्रतिनिधि होता है और वह वार्ड के सभी पात्र अथवा पात्र हितग्राहियों से परिचित होता है, जिससे पात्र परिवार का राशन कार्ड बनाया जाना सुनिश्चित किया जाता है। किंतु कुछ लालची लोगों द्वारा पैसे लेकर अन्य वार्ड के पार्षद अथवा एल्डरमैन से भौतिक सत्यापन कराकर अपात्र लोगों का भी राशन कार्ड बनवाया जा रहा है। जिससे शासन-प्रशासन की छवि खराब हो रही है। इस कारण यह सुनिश्चित करने के उपरांत कि जिस वार्ड का राशन कार्ड बनाना है उसी वार्ड के पार्षद द्वारा भौतिक सत्यापन में मुहर व हस्ताक्षर हो, तभी अधिकारी द्वारा सत्यापित किया जाए। जिससे राशन कार्ड में हो रही अनियमितता एवं पैसों के खेल पर अंकुश लग सके। उक्त अवसर पर नेता प्रतिपक्ष श्री हितानंद अग्रवाल ने कहा कि राशनकार्ड बनाने के कार्य में अनियमितता बरती जा रही है। निगम महापौर की निष्क्रियता के कारण जोन के अधिकारियों कर्मचारियों एवम दलालों की मिलीभगत से भौतिक सत्यापन फॉर्म पर स्थानीय पार्षद का हस्ताक्षर व मुहर लगवाए बगैर पूर्व पार्षद, दूसरे वार्ड के पार्षद या एल्डरमैन का मुहर हस्ताक्षर लगवा कर हितग्राहियों से ?3000 लेकर राशन कार्ड निर्माण की प्रक्रिया चल रही है। जिसके कारण पात्र हितग्राही का राशन कार्ड नहीं बन पा रहा है। जबकि अपात्र हितग्राही का राशन कार्ड 10 दिवस में बन जा रहा है। हितग्राही पात्र है कि नहीं इसके सत्यापन की जिम्मेदारी स्थानीय जनप्रतिनिधि पार्षद की होती है। उसी के मुहर एवं हस्ताक्षर द्वारा प्रमाणित भौतिक सत्यापन फ ॉर्म के आधार पर ही राशन कार्ड बने। ज्ञापन सौंपने के दौरान नेता प्रतिपक्ष हितानंद अग्रवाल, आरती विकास अग्रवाल, नारायण दास महंत, अजय कुमार गोड़, रितु चौरसिया, प्रतिभा निखिल शर्मा, द्रोपदी वर्मा, धनश्री अजय साहू, अनीता शकुंदी यादव, इत्यादि विपक्षी पार्षद उपस्थित रहे।

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