टेस्टिंग, ट्रेसिंग और ट्रीटमेंट फार्मूले से होगी कोरोना की रोकथाम.. राज्य शासन ने जारी किया कोविड दिशा-निर्देश
कोरोना संक्रमण रोकने ज्यादा से ज्यादा कोरोना जांच और लोगों तक कोरोना के बारे में व्यापक प्रचार-प्रसार से बढ़ेगी जागरूकता
कोरबा 10 अप्रैल 2021. लोगों को कोरोना महामारी से बचाने के लिए समय रहते टेस्टिंग, पाॅजिटिव मरीज के संपर्क में आये लोगों का काॅन्टैक्ट ट्रेसिंग तथा पाॅजिटिव मरीजों का जल्द से जल्द ईलाज शुरू करने वाले फार्मूले के तहत काम किया जाएगा। बढ़ते कोरोना संक्रमण को रोकने के लिए राज्य शासन ने नया कोविड दिशा-निर्देश जारी किया है। जारी निर्देशानुसार सभी जिलों को निर्धारित लक्ष्यानुसार कोरोना जांच करने कहा गया है। समय रहते कोरोना जांच हो जाने से लोगों के मृत्युदर में कमी आयेगी। सभी जिलों को लोगों में कोरोना वायरस के संबंध में जागरूकता केे लिए व्यापक प्रचार-प्रसार करने के निर्देश भी दिए गए हैं। लोगों तक कोरोना संक्रमण के संबंध में सही सूचना, शिक्षा तथा संचार के माध्यम से सही जानकारी पहुंचाने तथा समय पूर्व कोरोना जांच कराने को बढ़ावा देने के निर्देश जारी किए गए हैं। राज्य शासन द्वारा जारी निर्देशानुसार जिले के वरिष्ठ नागरिकों, प्रतिष्ठित पदाधिकारियों से 45 वर्ष या अधिक उम्र के लोगों को कोरोना टीका लगवाने के बारे में अपील करवाने के निर्देश भी दिए गए हैं। जिले के जनप्रतिनिधियों से घर में रहने, प्रशासन का सहयोग करने कोविड एप्रोप्रिएट बिहेवियर का पालन करवाने की अपील करने कहा गया है। हल्के लक्षण वाले लोगों को तत्काल कोरोना जांच करवाने अपील करने के निर्देश दिए गए हैं। समय रहते कोरोना जांच होने से लक्षण बढ़ेगा नहीं और तुरंत ईलाज शुरू हो जाएगा। ऐसा करने से गंभीर मरीजों की संख्या में कमी आएगी।
शासन द्वारा जारी निर्देश में जिला प्रशासन द्वारा कोविड नियंत्रण के लिए किये जा रहे सकारात्मक कार्यों को स्थानीय मीडिया में प्रचार-प्रसार करने भी कहा गया है। जिला प्रशासन को लोगों द्वारा सोशल मीडिया में बिना वैरीफिकेशन के किसी भी कोविड संबंधित अपुष्ट फोटो-वीडियो को नहीं फैलाने की अपील करने भी कहा गया है। निर्देश में कोरोना संक्रमित मरीज के संपर्क में आए कम से कम 10 लोगों का काॅन्टेक्ट ट्रेसिंग 24 घंटे के अंदर करने को कहा गया है। लोगों को काॅन्टेक्ट ट्रेसिंग में प्रशासन का सहयोग करने की अपील करने के भी निर्देश दिए गए हैं। राज्य शासन द्वारा जारी निर्देश में सभी जिलों में ऑक्सीजन युक्त बेड की संख्या बढ़ाने के निर्देश दिए गए हैं। जिले के अस्पतालों में उपलब्ध बेडों की जानकारी प्रतिदिन लोगों में प्रचार-प्रसार करने के निर्देश दिए गए हैं जिससे नागरिकगण जिले में उपलब्ध स्वास्थ्य सुविधाओं से अवगत रहें। कोरोना मरीजों के ईलाज के जो प्रोटोकाॅल जारी किए गए हैं, उसी के तहत मरीजों का ईलाज किया जाएगा। कोविड मरीजों की स्थिति और जरूरत के हिसाब से ही जरूरतमंदो को बेड उपलब्ध कराया जाएगा। किसी के दबाव या अनुशंसा पर बेड उपलब्ध नहीं कराया जाएगा। जिलों के स्वास्थ्य विभाग द्वारा मरीज की गंभीरता और स्वास्थ्य स्थिति को देखकर उन्हें बेहतर ईलाज के लिए एम्स, मेकाहारा आदि बड़े अस्पतालों में रेफर किया जाएगा। शासन द्वारा जारी निर्देश में विकासखण्ड स्तर पर कोविड केयर सेंटर स्थापित करने को कहा गया है। यह सेंटर स्थानीय सामाजिक संगठनों के मदद से बड़े हाॅल, मैरिज हाॅल, धर्मशाला एवं अन्य सामाजिक संस्था के भवनों का उपयोग करके बनाया जाएगा। सभी कोविड अस्पताल और कोविड केयर सेंटर में लगातार ऑक्सीजन सप्लाई को सुनिश्चित करने के भी निर्देश दिए गए हैं।
सभी जिलों के अस्पतालों में कोविड मरीजों के ईलाज के लिए पर्याप्त संस्था में आईसीयु, एचयुडी एवं ऑक्सीजन युक्त बेड सुनिश्चित करने के निर्देश दिए गए हैं। सभी हल्के और मध्यम गंभीर मरीजों को ईलाज की व्यवस्था जिला स्तर पर ही करने के निर्देश दिए गए हैं। सभी अस्पतालों में पर्याप्त मात्रा में दवाई और टेस्टिंग किट की व्यवस्था करने को कहा गया है। होम आईसोलेशन में रहने वाले लोगों के लिए भी पर्याप्त दवाईयों का स्टाॅक रखने के निर्देश दिए गए हैं। होम आईसोलेटेड मरीजों को टेली मेडिसीन की सुविधा प्रदान की जाएगी। दिन में दो बार डाॅक्टर-पैरा मेडिकल स्टाफ द्वारा मरीज को काॅल या वीडियो काॅल के माध्यम से संपर्क करके स्वास्थ्य स्थिति की जानकारी ली जाएगी। सभी स्वास्थ्य कर्मियों को संक्रमण से बचने के लिए कोविड अस्प्तालों में इंफैक्शन कंट्रोल प्रोटोकाॅल का पालन करना अनिवार्य होगा। जारी आदेशानुसार ऐसे डाॅक्टर और पैरा मेडिकल स्टाफ जो प्रशासनिक काम में लगे हुए हैं उन्हें कोविड ड्युटी में लगाने के निर्देश दिए गए हैं। नर्सिंग और डेंटल में अध्ययनरत् सभी वर्षों के विद्यार्थियों को भी कोविड ड्यूटी में लगाने के निर्देश दिए गए हैं। सभी सरकारी मेडिकल काॅलेज, डेंटल काॅलेज और नर्सिंग काॅलेज के स्टाफ को वालेंटियर के रूप में सहयोग लेने को भी कहा गया है। जहां सम्भव हो, नर्सिंग स्टाफ के लिए आउट सोर्सिंग की मदद लेने को भी कहा गया है। प्रदेश में मौजूद अन्य प्रशिक्षित स्वास्थ्य कर्मियों की भी मदद कोविड नियंत्रण में लेने के निर्देश दिए गए हैं।