August 19, 2024

कोविड वैक्सीनेशन: कोरबा जिले में अब तक एक लाख 91 हजार से अधिक लोगों को लगा टीका

सबसे अधिक टीकाकरण में कोरबा-कटघोरा के शहरी क्षेत्र में, ग्रामीण इलाकों में पाली पहले स्थान पर

कोरबा 13 अप्रैल 2021. कोरबा जिले में कोरोना संक्रमण से बचाव एवं उसे फैलने से रोकने के लिए 45 वर्ष या उससे अधिक उम्र के सभी लोगों का टीकाकारण तेजी से जारी है। जिले में अभी तक 45 वर्ष से अधिक के एक लाख 91 हजार 557 लोगों को कोरोना वैक्सीन की पहली डोज दी जा चुकी है। इन लोगों में स्वास्थ्य कर्मी, फ्रंटलाइन वर्कर, सीनियर सिटीजन, पत्रकार सभी शामिल हैं। शहरी इलाकांे के साथ-साथ ग्रामीण क्षेत्रों में इस टीकाकरण का सघन अभियान से आने वाले दिनों में 45 वर्ष या उससे अधिक के शत-प्रतिशत लोगों को कोरोना वैक्सीन लगाने का लक्ष्य जिला प्रशासन ने रखा है। टीकाकरण केन्द्रों पर पर्याप्त संख्या में वैक्सीन की उपलब्धता सुनिश्चित की जा रही है। इसके साथ ही टीकाकरण केन्द्रों पर लोगों को टीका लगाने के बाद उनकी काउंसिलिंग भी की जा रही है। कोरबा जिले में 14 लाख 21 हजार से अधिक की जनसंख्या में 45 वर्ष और उससे अधिक उम्र के लगभग दो लाख 84 हजार 394 लोगों को कोरोना का टीका लगना है।

अभियान में कोरबा-कटघोरा शहरी इलाकों में सबसे ज्यादा लगे टीके

एक मार्च से शुरू हुए कोरोना वैक्सीन टीकाकरण अभियान में जिले में अब तक एक लाख 91 हजार 557 लोगों को कोरोना के टीके का पहला डोज लग चुका है। इनमें से 12 हजार से अधिक लोगों ने दूसरा डोज भी लगा लिया है। भारत सरकार के स्वास्थ्य मंत्रालय की नई गाईड लाइन के अनुसार अब टीके का दूसरा डोज छह से आठ सप्ताह के बीच लगेगा। कोरबा और कटघोरा के शहरी इलाकों में सबसे अधिक 40 हजार 812 लोगों को कोरोना का वैक्सीन लगाया जा चुका है। ग्रामीण क्षेत्रों में पाली में 35 हजार 483 लोगों को, पोड़ी-उपरोड़ा विकासखण्ड में 28 हजार 080 लोगों को, कटघोरा विकासखण्ड में 30 हजार 161 लोगों को, करतला विकासखण्ड में 29 हजार 255 लोगों को एवं कोरबा ग्रामीण क्षेत्र में 27 हजार 766 लोगों को कोरोना वैक्सीन की पहली डोज लगाई जा चुकी है। भारत सरकार के स्वास्थ्य विभाग द्वारा कोविशील्ड टीके के पहले डोज से छह से आठ सप्ताह के अंतराल में कोवि शील्ड का दूसरा डोज लगाया जाना सुनिश्चित करने के निर्देश सभी जिला स्तरीय स्वास्थ्य एवं चिकित्सा अधिकारियों को दिए गए हैं।
कोविड टीकाकरण के लिए 45 वर्ष या उससे अधिक उम्र के लोगों को किसी भी प्रकार की बीमारी संबंधी दस्तावेज या सर्टिफिकेट दिखाना अनिवार्य नहीं है। कोई भी व्यक्ति शासकीय या निजी टीकाकरण केन्द्र में पंजीयन आधार कार्ड, मतदाता परिचय पत्र, पासबुक, ड्राईविंग लायसेंस जैसे फोटो आईडी या शासकीय अभिलेख और अन्य दस्तावेजों के आधार पर अपना टीकाकरण करा सकता है। इसके साथ ही टीकाकरण कराने वाले व्यक्ति को टीकाकरण केन्द्र में अपना मोबाईल नम्बर भी बताना होगा। टीकाकरण के दौरान सामाजिक दूरी, सेनेटाईजर एवं मास्क का उपयोग जैसे निर्धारित प्रोटोकाल का पालन करना अनिवार्य है। टीकाकरण के पश्चात् आधा घंटा हितग्राही को निगरानी कक्ष मेें बैठाया जाता है।

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