November 7, 2024

कोसगईगढ़ मंदिर में ज्योति कलश हुए प्रज्जवलित, दर्शन पर लगी रोक

कोरबा 17 अप्रैल। 13 अप्रैल से शुरु हुआ चैत्र नवरात्र इस बार भी कोरोना संक्रमण के साए में मनाया जा रहा है। देवी आराधना का यह पर्व इस बार भी फीका पड गया है। जिससे देवी भक्तों मे निराशा के साथ देवी दर्शन के लिए वंचित होना पड रहा है।

पिछले माह होली के बाद कोरोना संक्रमण फिर से दोबारा लौटने की भनक लोगों को लग चुंकी थी। परंतु महामारी इतना भयानक रुप लेगी किसी ने नहीं सोचा था। कम दिनों मे तेजी के साथ संक्रमण बढ़ने लगा। और लाक डाउन लगाने की नौबत आ गई। नवरात्र पर इस बार मंदिर के पट बंद नहीं किये गये और देवी मंदिरों में आस्था के ज्योति कलश जलाये गये तथा मंदिरों के पुजारियों द्वारा पूजा अर्चना चालू रखी गई तथा दर्शन के पर प्रतिबंध लगा दी गई। नवरात्र के प्रथम दिवस देवी मंदिरों मे घट स्थापना के साथ देवी भक्तों के मनोकामना ज्योति कलश जलाये गये। नवरात्र को लेकर देवी भक्तों मे उत्साह तो है पर निराशा भी है। इस बात की देवी दर्शन पुजा करने को नहीं मिलने की, पिछले बार की तरह इस बार भी अपने घरों में ज्योति कलश स्थापित कर देवी मां की अराधना में जुटे हुए है और कोरोना संक्रमण से मुक्ति दिलाने की कामना कर रहे है। नगर के देवी मंदिरों में ज्योति कलश जला कर सुबह शाम देवी आरती पूजा पाठ विधी विधान से की जा रही है एनगर से दूर कोसगाई पहाड मे कोसगाई दाई मंदिर मे कोसगाई समिति द्वारा सिमित कलश जलाये गये है।

समिति द्वारा प्रोटोकॉल का पालन करते हुए देवी दर्शन पर रोक लगा दी गई है। इसी तरह नगर के पास एक पेंड के जडं में विराजमान मां मुरितदाई में भी समिति द्वारा एक ज्योति कलश जलाये गये है तथा दो पंडा को पूजा पाठ के लिए समिति जिम्मेदारी सौप दी है। कोरोना संक्रमण के कारण देवी मंदिरों मे सन्नाटा छाया हुआ है।

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