7.30 लाख की लूट, 5 टीमों में बंटे 25 पुलिस अधिकारी व कर्मी जुटा रहे सुराग
परिचित के इर्द-गिर्द घूम रही शक की सुई
कोरबा। मछली विक्रेता के भतीजे से बाइक सवार दो युवकों के द्वारा बड़ी ही चपलता से पलक झपकते 7 लाख 30 हजार रुपए की लूट को देर रात अंजाम दिया गया। वारदात के 24 घंटे बाद भी किसी तरह का सुराग नहीं जुटाया जा सका है। प्राथमिक तौर पर मिली जानकारियों के आधार पर संदेह जताया जा रहा है कि हो न हो इस घटना में विक्रेता के किसी परिचित का हाथ हो सकता है जिसे इतनी बड़ी रकम ले जाए जाने की जानकारी थी। विक्रेता के यहां पूर्व में कार्यरत एक कर्मचारी कुछ दिनों से लापता बताया जा रहा है और शक की सुई उस पर भी घूम रही है। बहरहाल 5 टीमों में बंटे 25 पुलिस अधिकारी व कर्मी लूट की गुत्थी को सुलझाने में दिन-रात एक किए हुए हैं।
गौरतलब है कि मानिकपुर पुलिस चौकी अंतर्गत मुड़ापार बस्ती के भीतरी इलाके से शनिवार की रात करीब 9.30 बजे मछली के थोक विक्रेता रामरतन शाह का भतीजा लूट का शिकार हो गया। पिन्टू शाह रात करीब 9.15 बजे दुकान बंद कर कल की बिक्री रकम 7 लाख 30 हजार रुपए नगद एवं दुकान का बहीखाता एक लाल-सफेद रंग के कपड़े के पुराने झोले में रखकर अपनी हीरो होण्डा स्प्लेंडर क्रमांक सीजी-12एवाय-5449 की पेट्रोल टंकी के पास दोनों पैर के बीच में रखकर घर जा रहा था। बमुश्किल 15 मिनट बाद जब वह मुड़ापार मस्जिद के आगे पहुंचा, पीछे से मोटर साइकिल में सवार दो व्यक्ति उसके बगल में आए और पीछा बैठा व्यक्ति झोला को उठाया और दोनों भाग निकले। आसमानी रंग का शर्ट पहने हुए शख्स ने पिन्टू की बाइक की टंकी के पास रखे झोले को उठाया और दोनों की उम्र 20 से 30 वर्ष तथा दुबला-पतला होना बताया गया है। दोनों युवक पैसा लेकर रामनगर बाइपास रोड की ओर भाग निकले जबकि उनका पीछा करने के चक्कर में मुड़ापार स्कूल के आगे पिन्टू गिरकर चोटिल हो गया। उसने चाचा रामरतन को मोबाइल से वारदात की सूचना दी।
बड़ी लूट की जानकारी होते ही जिले भर में नाकाबंदी कर लुटेरों के भागने के हर संभावित रास्तों पर तलाश की गई किंतु कुछ पता नहीं चला। प्रकरण में धारा 356, 379, 34 भादवि के तहत जुर्म दर्ज कर पतासाजी की जा रही है। इस संबंध में आज पुलिस अधीक्षक जितेन्द्र सिंह मीणा ने कोतवाली, मानिकपुर, सीएसईबी, रामपुर सहित अन्य थाना व चौकी प्रभारियों की बैठक लेकर मुड़ापार सहित कटघोरा व पाली में हुई उठाईगिरी व लगभग सवा 3 लाख रुपए के मोबाइल व नगदी की चोरी की गुत्थी सुलझाने के लिए आवश्यक मार्गदर्शन प्रदान किया। पुलिस के मुताबिक कुल 25 अधिकारी व कर्मचारियों की अलग-अलग 5 टीम अपराधियों की तलाश में जुटी हुई है। सीसीटीवी कैमरों की फुटेज खंगाली जा रही है और इस आधार पर माना जा रहा है कि जल्द ही पुलिस के हाथ कुछ न कुछ बड़ा सुराग लग सकता है।