कोरोना के बीच घर पहुंच सेवा दे रहे हैं -मुंगेली में शराब तस्कर, पुलिस अनजान है?
मुंगेली 1 मई। एक तरफ पूरा देश और प्रदेश कोरोना वायरस के इस महामारी के कठिन दौर से गुज़र रहा है। प्रदेश में बढ़ रहे लगातार संक्रमण और बढ़ते मौत के आंकड़े जिसे रोकने के लिए शासन-प्रशासन की नींद उड़ी नज़र आ रही है, तो दूसरी तरफ मुंगेली में बार संचालक के द्वारा या यूँ कहें कि शराब की अवैध तस्करी करने वाले कोचिये जिनके द्वारा पूरे शहर में इस कठिन दौर में सूरा प्रेमियों को बड़ी आसानी से शराब की घर पहुंच सेवा दी जा रही जिस बात की खबर शहर के आम लोगो को तो है लेकिन पुलिस प्रशासन को शायद इसकी भनक भी नहीं !
ऐसे मुश्किल दौर में लोगों के कंधे से कंधा मिलाकर मदद करने के बजाय अवैध रूप से शराब की बिक्री करने वाले आपदा को अवसर में तब्दील कर अपना स्वार्थ सिद्ध करने में जुटे है, पाबन्दी के बावजूद शराब को बेचने और उसकी कीमत दोगुनी कर अधिक मुनाफा प्राप्त करने के उद्देश्य से काम कर रहे इन तत्वों ने मुंगेली जिले को अपना मुख्य ठिकाना बनाकर रखा हुआ है,कुछ दिनों पूर्व पुलिस अधिकारियों के द्वारा पंडरिया रोड स्थित सिटी पैलेश बार मे दबिश देकर लॉक डाउन में अवैध रूप से शराब बिक्री करते हुए 3 आरोपियों को गिरफ्तार कर सिटी पैलेष परिसर को सील किया गया था, लॉक डाउन की घोषणा के पूर्व समय तक मुंगेली के स्थानीय कोचियो द्वारा शराब का भण्डारण किया गया,जिसकी अब धड़ल्ले से बिक्री जारी है। मिली जानकारी के अनुसार कोचियों के जमा स्टॉक खत्म होने के बाद अब मुंगेली में स्थित सिटी पैलेस बार के संचालक कृष्णा सिंह के द्वारा मुंगेली में शराब परोसी जा रही है,लेकिन एक दिन में जमानत पर रिहाई के बाद फिर अवैध गतिविधियों शुरू हो चुकी है।
सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार इस बार शराब की बड़ी खेप को बार में ना रखकर कृष्णा नामक युवक के द्वारा शिक्षक नगर और एक अन्य ठिकाने पर भंडारण किया गया है जहां से दिनभर फोन और व्हाट्सएप के माध्यम से शराब दो गुनी,तीन गुनी कीमत पर बेची जा रही है,आपदा को अवसर के रूप में भुनाने वाले ये तत्व ना सिर्फ नियमो को तोड रहे बल्कि मुंगेली के हित के दुश्मन भी साबित हो रहे है क्योंकि संक्रमण के जिस चेन को तोड़ने के लिए प्रशासन भरसक प्रयास कर रहा है उसे ये बार-बार जोड़ने का काम कर रहे है । मुंगेली में अवैध शराब बिक्री से मुनाफाखोरी जमकर की जा रही है। शासन को राजस्व की हानि पहुचाते हुए लॉकडाउन से पहले किए गए अवैध भंडारण को अब अधिक कीमत पर खपाया जा रहा है। मदिरा प्रेमी अधिक कीमत देकर अपना शौक भी पूरा कर रहे हैं, लेकिन इससे सरकार के मूल उद्देश्य की धज्जियां उड़ रही है। ऐसे में सवाल पुलिस के उस मुखबिर तंत्र पर भी उठ रहा है जिसे इसकी भनक तक नहीं लग रही है, जबकि शहर के अधिकांश लोगों को इसकी खबर है, और बाकायदा सोशल मीडिया का उपयोग कर शराब की खरीदी – बिक्री की जा रही है। जिन ठिकानों के बारे में आम आदमी को पता है उसकी खबर पुलिस को ना होना या तो पुलिस की नाकामी है या फिर मिलीभगत ? लेकिन इस सबके बीच मुंगेली में अवैध शराब का कारोबार उफान पर है और लॉकडाउन के हर बढ़ते दिन के साथ ही शराब की कीमत भी ऊपर जा रही है।