गरीब मज़दूर की पत्नी बनी विधायक, भाजपा से थी उम्मीदवार….
कोलकाता 3 मई: पश्चिम बंगाल में बीजेपी भले हार गई हो लेकिन बीजेपी की एक महिला उम्मीदवार की जीत की चर्चा हर तरफ है. बीजेपी के टिकट पर सालतोरा सीट से चुनाव लड़ने वाली चंदना बाउरी ने टीएमसी उम्मीदवार संतोष मंडल को हरा दिया है. उनकी जीत से ज्यादा चर्चा उनकी सादगी और आर्थिक स्थिति की है. बीजेपी नेता सुनील देवधर ने ट्वीट कर बताया है कि चंदना बाउरी की उम्र भर की जमा पूंजी केवल 31985 रुपये हैं. वह झोपड़ी में रहती हैं. वह एक गरीब मज़दूर की पत्नी हैं. चंदना अनुसूचित जाति से आती हैं. उनके पास 3 बकरियां व 3 गाय हैं.
चंदना बाउरी ने अपना नामांकन भरते समय चुनाव आयोग को जो शपथपत्र दिया था उसमें उन्होंने खुद के बैंक खाते में सिर्फ 6335 रुपये होने की बात कही थी. साथ ही उन्होंने बताया था कि उनके पति के खाते में महज 1561 रुपये जमा हैं.
शपथपत्र में दी गई जानकारी के मुताबिक उनकी कुल अचल संपत्ति 31985 रुपये है जबकि उनके पति श्रवण की कुल अचल संपत्ति 30311 रुपये हैं.उनके पति के पास किसी तरह की कृषि भूमि नहीं है. वह दिहाड़ी मजदूर हैं और मजदूरी से ही अपना घर चलाते हैं. चंदना मजूदरी के दौरान अपने पति का भी हाथ बंटाती हैं. चंदना ने 12वीं तक पढ़ाई की है जबकि उनके पति सिर्फ आठवीं पास हैं. पति पत्नी दोनों का मनरेगा कार्ड भी है. पिछले साल उन्हें प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत 60 हजार की पहली किश्त भी मिली थी. जिससे उन्होंने अपना घर पक्का किया था.