ऑक्सिजन सप्लाई बंद हो जाने से कर्नाटक के अस्पताल में 24 मरीजों की मौत
बेंगलुरु 3 मई: कर्नाटक सरकार के उस दावे पर एक बार फिर से सवाल खड़े हो रहे हैं जिसमें उन्होंने कहा था कि राज्य में ऑक्सीजन, दवाओं, वैक्सीन की कोई कमी नहीं है। वहीं, जमीनी हकीकत कुछ और ही बयां कर रही है। कोरोना से सबसे बुरी तरह प्रभावित राज्यों में शामिल कर्नाटक में बेड्स, ऑक्सीजन और दवाओं की कमी के कारण कई लोगों की मौत हो गई ऑक्सिजन की कमी और सप्लाई बंद होने से अस्पतालों में लगातार मरीजों की मौत के मामले सामने आ रहे हैं। अब कर्नाटक के एक अस्पताल में ऑक्सिजन की कमी के कारण कोरोना के 12 मरीजों समेत 24 मरीजों की मौत हो गई। सभी मरीज अस्पातल के आईसीयू में भर्ती थे जहां अचानक ऑक्सिजन की सप्लाई बंद हो गई। यह मामला कर्नाटक के चामराज नगर का है। यहां के जिला अस्पताल में कोरोना और नॉन कोविड मरीजों का इलाज चल रहा था। कई मरीज वेंटिलेटर पर थे। अचानक ऑक्सिजन सप्लाई बाधित होने से मरीजों की जान चली गई।
ऑक्सिजन की कमी से मरीजों की मौत को सूचना पर उनके परिजनों में हड़कंप मच गया। रोते-बिलखते परिजन अस्पताल के बाहर पहुंचे और हंगामा किया। मौके पर आला अधिकारी भी पहुंचे और लोगों को शांत कराया। अधिकारियों ने मामले की जांच के आदेश भी दिए हैं।
जिला प्रभारी मंत्री सुरेश कुमार घटना स्थल पर पहुंचे। उन्होंने अस्पताल का निरीक्षण किया और कहा कि हम डेथ ऑडिट रिपोर्ट का इंतजार कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि डेथ ऑडिट रिपोर्ट आने के बाद मामले में कार्रवाई की जाएगी।
कलबुर्गी के केबीएन अस्पताल में शनिवार को कोरोना के चार मरीजों की ऑक्सिजन की कमी से मौत हो गई थी। इससे पहले, बिजली जाने से यादगीर के सरकारी अस्पताल में एक कोविड के मरीज की मौत हो गई थी।इस बीच, कर्नाटक में कुल कोरोनावायरस मामलों ने 16 लाख का आंकड़ा पार कर लिया। रविवार को राज्य में कोरोना वायरस के 37,733 मामले एक दिन में सामने आए। वहीं 217 मरीजों की कोरोना वायरस से मौत हो गई।
मुख्यमंत्री बीएस येदियुरप्पा ने सोमवार को वरिष्ठ अधिकारियों से बात की है और उन्हें सभी जरूरी आवश्यकताओं की पूर्ति का भरोसा दिलाया है। मुख्यमंत्री ने मंगलवार को कैबिनेट की आपात बैठक भी बुलाई है।