November 7, 2024

आम आदमी पार्टी कोरबा ने मंदिर को तोड़े जाने की निंदा की

ग्रामीणों के साथ बैठक कर एसईसीएल का पुरजोर.विरोध करेगी

कोरबा 20 मई। आम आदमी पार्टी कोरबा ईकाई के पूर्व जिलाध्यक्ष तथा वर्तमान में जिला कोर कमेटी के सदस्य अब्दुल नफीश खान ने प्रेस.विज्ञप्ति जारी करते हुए जानकारी दी कि कटघोरा ब्लाक अंतर्गत दीपका उप.तहसील के ग्राम पंचायत मलगांव को एसईसीएल दीपका परियोजना के  द्वारा 2 पार्ट में सन 1986 सन 2004 में अधिग्रहित किया जा चुका है लेकिन अधिग्रहण के लगभग 35 ए 17 सालों के बाद भी मुआवजा बसाहट रोजगार लंबित है इतने दशकों के दरमियान मलगांव पंचायत के ग्रामीणों का विकास होने के बजाय  उनका जीवन नरक हो गया है। गांव में कई ऐसे किसान परिवार हैं जिनकी जमीन अधिग्रहित की जा चुकी है लेकिन उन्हें आज रोजी रोटी के लिए संघर्ष करना पड़ रहा है।

उन्होंने कहा कि पहले गांव के सभी मूल ग्रामीणों और जिनकी पैतृक मंदिर ;जायसवाल दंपत्तिद्ध के है उन सभी लोगों के साथ समान्वय बनाकर लंबित व वर्तमान प्रकरण का समाधान किया जाना था तथा हिंदू रीति.रिवाज के अनुसार से पूरी मर्यादा के सांथ प्रतिस्थापित किया जाना था लेकिन एसईसीएल दीपका प्रबंधनए अपने कार्यों में सुधार करने के बजाए खदानों के विस्तार को ज्यादा अहमियत दे रहे हैं ऐसा ही पूर्व में भी मलगांव के तालाब को लेकर बलपूर्वक हटा दिया गया था जिससे क्षेत्र के ग्रामीणों में भयानक आक्रोश व्याप्त है।

नफीश के द्वारा यह भी बताया कि अभी कुछ दिनों पहले एसईसीएल दीपका महाप्रबंधक व सीआईएसएफ के जवान तथा पुलिस और जिला प्रशासन के सहयोग से जो मलगांव के 100 साल पुरातन शिव मंदिर को बलपूर्वक तोड़ दिया गया जबकि पूरे देश और जिले में लॉकडाउन लगा हुआ है तथा आम नागरिकों को अपने घरों में रहने के लिए शासन.प्रशासन आदेशित.निर्देशित कर रखे हैं जिसके वजह से आम नागरिक अपने घरों में रहकर शासन.प्रशासन के नियमों का पालन कर रहे हैं और एसईसीएल इस आपातकाल को अवसर के रूप में इस्तेमाल कर रही है जबकि मंदिर धार्मिक आस्था का केंद्र था उसे पूर्ण रीति.रिवाज से मूर्ति का प्रतिस्थापित करने के पश्चात ही मंदिर को ढहाया जाना था पर एसईसीएल प्रबंधन पहले भी इस मंदिर को गिराने का प्रयास कर चुकी है और अभी उसे चोरी.छिपे यह कार्य किया है इसका आम आदमी पार्टी कोरबा इकाई पुराजोर.विरोध करती है तथा उक्त घटना की कड़े शब्दों में निंदा करती है। क्षेत्र के ग्रामीण और क्षेत्रीय संगठनों के साथ बैठक कर एसईसीएल प्रबंधन के खिलाफ आंदोलन करेगी।
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