जिले भर में फूंका गया महापौर का पुतला, नगर निगम में भारी भ्रष्टाचार का आरोप
कोरबा 18 जून। निगम कोरबा में सड़क निर्माण में गुणवत्ता को लेकर पोल खुलने के बाद और महापौर के द्वारा शासन का दुरुपयोग कर नेता प्रतिपक्ष व अन्य दो पार्षदों पर कराया गया। भाजपा पार्टी के कार्यकर्ताओं द्वारा जमकर विरोध किया जा रहा है इसी कड़ी में रामपुर विधायक ननकीराम कंवर ने आयुक्त नगर निगम , मुख्य सचिव छत्तीसगढ़ शासन, सचिव नगरी निकाय छत्तीसगढ़ एवं पुलिस अधीक्षक को पत्र लिखा। जिसमें उन्होंने कहा कि भारतीय जनता पार्टी पार्षद दल एवं कार्यकर्ताओं द्वारा गुणवत्ताहीन सड़क के लिए नगर निगम में कई बार पत्राचार किया गया। परंतु किसी भी प्रकार की कार्यवाही नहीं हुई। दिनांक 15 जून को इंडस्ट्रियल एरिया के सामने सवा करोड़ रुपयों की लागत से नवनिर्मित गुणवत्ताहीन डामर की सड़क का मामला जनता के द्वारा संज्ञान में लाया गया। पार्षदों एवं भारतीय जनता पार्टी के कार्यकर्ताओं के द्वारा दिनांक 16 जून को उक्त स्थल का मौका मुआयना किया गया। जिसमें गुणवत्ताहीन सड़क प्रमाणित हुई, जिसका वीडियो भी साक्ष्य के रूप में उपलब्ध है। उक्त स्थान की उखड़ी हुई गिट्टी एवं डामर को बोरे में लेकर साक्ष्य के रूप में महापौर को सौंपने हेतु विपक्षी पार्षद जब महापौर के कक्ष में पहुंचे तो महापौर उपस्थित नहीं थे। उनके टेबल पर साक्ष्य को रखकर और विरोध दर्ज कराते हुए सभी साकेत भवन से बाहर आ गए। शांतिपूर्ण, मर्यादा एवं कोविड-19 के नियमों का पालन करते हुए इस प्रकार का जनहित में विरोध प्रदर्शन किसी भी प्रकार से अपराध नहीं होता है। जो कार्य प्रशासनिक अधिकारियों एवं सत्ता में बैठे लोगों को करना चाहिए। वह भ्रष्टाचार उजागर करने जैसा साहसिक कार्य नेता प्रतिपक्ष एवं पार्षदों द्वारा किया गया। कोरबा नगर निगम के द्वारा नेता प्रतिपक्ष हितानंद अग्रवाल, रितू चौरसिया (पार्षद), चंद्रलोक सिंह (पार्षद), सहित अन्य कार्यकर्ताओं पर बगैर जांच एवं राजनीतिक प्रभाव में आकर अपराध पंजीबद्ध कराया गया है। यह दुर्भावनापूर्ण कार्यवाही है। अतः इस दुर्भावनापूर्ण मनसा से किए गए FIR को वापस लेने मांग की। उन्होंने लिखा कि उक्त विषय की जांच करते हुए जनता के खून पसीने की कमाई बर्बाद करने वाले ठेकेदार, अधिकारी के विरुद्ध कार्यवाही करने के बजाय नेता प्रतिपक्ष एवं अन्य के विरुद्ध एफ आई आर दर्ज करना न्यायोचित नहीं है। साथ ही सड़क निर्माण के लिए किए गए ठेके को भी निरस्त करने, इस भ्रष्टाचार से जनता के पैसों की जो हानि हुई है उसे भी ठेकेदार, दोषी अधिकारियों एवं संबंधित लोगों से वसूली कराने की बात भी लिखी। दुर्भावनापूर्ण ढंग से की गई FIR को निरस्त कराने एवं भ्रष्टाचार में लिप्त ठेकेदार, अधिकारी एवं महापौर के विरुद्ध अपराध दर्ज कर कड़ी से कड़ी कार्यवाही करने की मांग पूरी ना होने की स्थिति में उग्र आंदोलन जल्द से जल्द किए जाने की चेतावनी भी दी। वही जिले के कोसाबाड़ी ,दर्री, कुसमुंडा बांकीमोंगरा बालको में कार्यकर्ताओं द्वारा महापौर का पुतला फूंका गया । दीपका में ज्योति नंद दुबे, पाली तानाखार में रामदयाल उइके ने महापौर का पुतला फूंका और सभी ने एक स्वर में एफआईआर को रदद करने के मांग की ।