November 23, 2024

पसान में हाथियों ने उत्पात मचाते फिर तोड़े ग्रामीणों के मकान

कोरबा 23 जुलाई। जिले के कटघोरा वनमंडल में हाथियों का उत्पात थमने का नाम ही नहीं ले रहा है। यहां के जंगलों में बड़ी संख्या में मौजूद हाथी रात में बस्तियों में प्रवेश कर भारी उत्पात मचा रहे है। हाथियों के लगातार उत्पात से ग्रामीण काफी सहमे हुए है। बीती रात बेकाबू हुए 3 दंतैल हाथियों ने डिविजन के पसान गांव में घुसकर भारी उत्पात मचाया। इस दौरान हाथियों ने बालकृष्ण पाण्डेय, हर प्रसाद शास्त्री, राजेंद्र तिवारी, सरोज अग्रवाल, लालता प्रसाद एवं हीरा सेन के मकान को क्षतिग्रस्त कर दिया।

हाथियों ने रात 9 बजे के लगभग बस्ती में प्रवेश किया और यहां पहुंचते ही उत्पात मचाना शुरू कर दिया। हाथियों का उत्पात रात 2 बजे तक चला। इस दौरान गांव की गलियों में घुम-घुम कर धमाचौकड़ी मचाता रहा। ग्रामीण हाथियों के डर से अपने-अपने घरों में दुबके रहे। हाथियों के पसान पहुंचने और उत्पात मचाने की जानकारी मिलते ही बीट गार्ड मानिकपुर, श्री शर्मा के अलवा अन्य कर्मचारी मित्र दल के सदस्यों के साथ मौके पर पहुंचे और उत्पात मचा रहे हाथियों को काबू करने का प्रयास किया। इस बीच पसान टीआई को भी ग्रामीणों ने जानकारी दे दी। जिस पर वे भी दल बल के साथ बस्ती पहुंचे। पुलिस व वन अमले के पहुंचने की जानकारी लगते ही बड़ी संख्या में आसपास के गांव गोलाबहरा, बोकरामुड़ी, बालमपुर, दर्रीपारा व पसान टीकरा के ग्रामीण अपने-अपने घरों से बाहर निकले और पसान पहुंचकर हाथियों को खदेड़ने के लिए संयुक्त प्रयास किया। इस दौरान टायर व मशाल भी जलाया गया। वन विभाग, पुलिस व ग्रामीणों के घंटो मशक्कत के बाद हाथियों ने रात 2 बजे के बाद अड़सरा जंगल का रूख किया। तब सभी ने राहत की सांसे ली।

हाथियों के डर से ग्रामीण रतजगा करते रहे। हाथियों ने पसान में आधा दर्जन ग्रामीणोंं के मकानों को तोड़े ही नहीं बल्कि वहां रखे धान-चांवल व अन्य अनाजों को खानों के साथ ही घरेलू सामानों को भी भारी क्षति पहुंचाया है। आज सुबह वन अमले द्वारा पुनः गांव जाकर हाथियों द्वारा रात में किया गया नुकसानी का आंकलन किया गया। प्रारंभिक आंकलन में हाथियों के उत्पात से ग्रामीणों को लाखों रूपये का नुकसान होने का अंदाजा लगाया गया है। कुछ ग्रामीणों के घरों को हाथियों ने बूरी तरह तोड़ दिया है, जिससे उनके समक्ष रहने की समस्या उत्पन्न हो गई है। पसान रेंज में 3 दर्जन से अधिक हाथी विचरण कर रहे है जो सेमरहा, बनिया व गाड़ागोड़ा के जंगल में है। इन हाथियों ने बीती रात उत्पात मचाते हुए बड़ी संख्या में फसल को रौंद दिया है।

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