November 7, 2024

हाथियों का उत्पात जारी, नवापारा में फिर तोड़े तीन मकान

कोरबा 3 अगस्त। जिले के वनमंडल कटघोरा अंतर्गत पसान व केंदई रेंज में हाथियों का उत्पात जारी है। केंदई रेंज में घूम रहे तीन दंतैल हाथियों ने सोमवार की रात जहां, कंापानवापारा में तीन ग्रामीणों के मकान तोड़ दिए वहीं, पसान रेंज के बनिया सेमरहा व बर्रा गांव में विचरणरत 20 हाथियों के दल ने किसानों की धान की फसल रौंद दी, जिससे उन्हें काफी नुकसान उठाना पड़ा है।

केंदई रेंज में मौजूद दंतैल हाथियों ने कांपा नवापारा में पहुंचे व उत्पात मचाने से पहले कोरबी-चोटिया क्षेत्र में कांटा घर के पास स्थित एक झोपड़ी में घुसकर वहां बंधी बकरी की जान लेने की कोशिश की। लेकिन हाथियों का पीछा कर रहे वन अमले ने सक्रियता का परिचय देते हुए दंतैल हाथियों को खदेड़ा, जिससे बकरी की जान बाल-बाल बच गई। वन अमले द्वारा खदेड़े जाने पर दंतैल हाथी कांपा नवापारा की ओर रूख किये और वहां पहुंचकर सूनसान क्षेत्र में स्थित तीन ग्रामीणों के घर को निशाना बनाते हुए उसे ध्वस्त कर दिया। हाथियों ने जिस समय यहां हमला बोला गृह स्वामी व उसका परिवार सो रहा था। हाथी की चिंघाड़ व घर तोड़े जाने की भनक लगते ही वे जागकर तत्काल वहां से भाग निकले और किसी तरह छिपकर अपनी जान बचाई। हाथियों ने नवापारा में उत्पात मचाने के बाद परला जंगल का रूख किया और जंगल के रास्ते आगे बढ़कर पहाड़ पहुंच गए। सुबह हाथियों को परला पहाड़ में विचरण करते हुए देखा गया। रात में कांपा नवापारा में हाथियों के उत्पात और घर तोड़े जाने की सूचना पर वन विभाग का अमला रेंजर अश्वनी चौबे के निर्देश पर आज सुबह गांव पहुंचे और हाथी पीड़ितों से मुलाकात कर रात में हाथियों द्वारा किये गए नुकसानी का आंकलन किया गया। उधर पसान रेंज में मौजूद 20 हाथियों का दल बनिया, बर्रा व सेमरहा के आसपास विचरण कर रहा है। इस दल ने भी इन गांवों में किसानों के खेत पर पहुंचकर वहां लगे धान के खरीफ फसल को रौंद दिया। जिससे संबंधितों को काफी नुकसान उठाना पड़ा है।

इधर कोरबा वन मंडल में कुदमुरा रेंज में बीमार मादा हाथी की स्थिति में तेजी से सुधार हो रहा है। बीमार मादा हाथी अभी ज्यादा दूर तक नहीं चल पा रही है। जिसकी वजह से वह जंगल में एक किमी के दायरे में ही विचरण कर रही है। मादा हाथी अभी श्यांग के आसपास जंगल में है। तैमूर पिंगला अभ्यारण्यरम कोला से आये महावत उसकी निगरानी में लगे हुए है। महावत व हाथी मित्र दल के सदस्य मादा हाथी को दलिया रोटीए गुड़ व कटहल खिलाने के साथ ही बीच-बीच में दवा भी दे रहे है।

Spread the word