मंच में स्थान नहीं मिलने पर भाजपा नेत्री रोते बाहर निकली
कोरबा 10 अगस्त। भाजपा बाकीमोगरा मंडल के तत्वाधान में आयोजित बैठक में भाजपा की वर्तमान जिला उपाध्यक्ष, पूर्व में भाजपा महिला मोर्चा की जिलाध्यक्ष रही, दो बार की पार्षद, भाजपा शासन में छत्तीसगढ़ बाल कल्याण आयोग की सदस्य रही उमा भारती सराफ बैठक शुरू होते ही रोते नजर आई। मंच में भाजपा जिलाध्यक्ष राजीव सिंह, भाजपा के लोकसभा प्रत्याशी रहे ज्योति नंद दुबे, पूर्व जिलाध्यक्ष अशोक चावलानी और विशेष रूप से खैरागढ़ से आए भाजपा के संगठन सह प्रभारी विक्रांत सिंह उपस्थित थे।
भाजपा नेत्री उमा भारती सराफ जो पहले मंच के सामने बैठी थी, लेकिन जब उन्हें मंच में स्थान नहीं दिया गया तो वे रोते हुए बैठक से बाहर जाने लगी। जिसके बाद जिला महामंत्री संतोष देवांगन ने जाकर मामले को संभालने का प्रयास किया। वे उनके पीछे-पीछे गए और सीढ़ियों से नाराज भाजपा नेत्री उमाभारती सराफ को मनाकर वापस बैठक मे लाये, लेकिन मंच में स्थान नहीं दिए जाने से नाराज भाजपा नेत्री उमाभारती सराफ बैठक में उपस्थित वरिष्ठ नेताओं के सामने रोते हुए फट पड़ी, उन्होंने मंच से अध्यक्ष पर खुलकर गुटबाजी करने और उपेक्षा किए जाने का आरोप लगाया। बैठक के बीच अचानक हुए इस घटनाक्रम और मंच में पूर्व मुख्यमंत्री रमन सिंह के निकटस्थ माने जाने वाले संगठन सह प्रभारी विक्रांत सिंह की उपस्थिति में हुए इस हाई वोल्टेज ड्रामे से सकते में आए भाजपा नेताओं ने आनन-फानन में मामले को संभाला और रोती बिलखती उमा भारती को समझा-बुझाकर मंच में बैठाया गया। तब जाकर मामला शांत हुआ।
कल आयोजित बैठक में कटघोरा विधानसभा क्षेत्र के पूर्व विधायक लखन लाल देवांगन की अनुपस्थिति भी चर्चा का विषय रही। वही नाराज भाजपा नेत्री उमा भारती सराफ भी लखन गुट की मानी जाती हैं! ऐसे में सवाल उठना लाजमी है कि क्या कैडर और अनुशासन की बात करने वाली भाजपा में सब कुछ ठीक चल रहा है। फिलहाल कोरबा की स्थिति को देखकर तो ऐसा नहीं लगता।
उधर भाजपा नेत्री उमा भारती सराफ ने कहा है कि वे बैठक में कार्यकर्ता के रूप में शामिल हुई थीं। उन्हें लेकर जो घटनाक्रम प्रचारित किया जा रहा है, उसमें कोई सच्चाई नहीं है।