कब शुरू हो रहा पितृ पक्ष ? आइये जानते हैं
नईदिल्ली 2 सितम्बर। पितृ पक्ष शुरू होने वाला है। पंचांग के अनुसार आश्विन मास की पूर्णिमा तिथि से पितृ पक्ष की शुरुआत होगी। माता-पिता की सेवा को सबसे बड़ा धर्म माना जाता है। हिंदू धर्म में पूर्वजों को याद करने और उनके प्रति कृतज्ञता व्यक्त करने की परंपरा है। पितृ पक्ष में पूर्वजों को याद कर सम्मान दिया जाता है। पितृ पक्ष यानी श्राद्ध अमावस्या के दिन संपन्न होता है। इस दिन किए गए श्राद्ध को सर्वपितृ अमावस्या के नाम से भी जाना जाता है। पितृ पक्ष में अमावस्या को सबसे महत्वपूर्ण माना जाता है।
ऐसा माना जाता है कि हमारे पूर्वज जो अपना शरीर छोड़ देते हैं। उनकी आत्मा की शांति के लिए पितृ पक्ष में तर्पण किया जाता है। इस अनुष्ठान को श्राद्ध कहा जाता है। श्राद्ध का अर्थ है श्रद्धा। मान्यता है कि पितृ पक्ष यानी श्राद्ध, यमरत के दिनों में मृत्यु के देवता पूर्वजों की आत्माओं को मुक्त कर देते हैं। ताकि वे अपने परिजनों के पास जाकर तर्पण कर सकें। ज्योतिष शास्त्र के अनुसार पितृ पक्ष में पूर्वजों को प्रणाम करने से पितर दोष दूर हो जाते हैं।
जिस व्यक्ति की जन्म कुंडली में पितर दोष होता है, उसे जीवन में परेशानियों का सामना करना पड़ता है। सम्मान अर्जित नहीं होता, धन नहीं बचाया जाता। रोग और बाधाएं उसे पीछे नहीं छोड़ती। इसलिए पितृ पक्ष में पूर्वजों को प्रणाम करने से पितर दोष दूर हो जाते हैं और किसी को परेशानियों से मुक्ति मिलती है।
हिंदू कैलेंडर के अनुसार इस वर्ष पित्रू पक्ष 20 सितंबर 2021 से शुरू हो रहा है और 6 अक्टूबर 2021 को समाप्त होगा। इस वर्ष 26 सितंबर को पितृ पक्ष तिथि नहीं है।