कुप्रथाओं के विरुद्ध साइकिल में देशभ्रमण पर निकले भाऊ साहेब
कोरबा पहुंचने पर कुसमुंडा सीजीएम ने किया सम्मान
कोरबा 9 सितंबर। समाज से दहेज, भ्रुण हत्या और नशा का दंश दूर भगाने देशभ्रमण पर निकले साइक्लिस्ट भाऊ साहेब बुधवार को कोरबा पहुंचे। हजारों किलोमीटर की यात्रा करते हुए वे शहर में दोपहर करीब तीन बजे पावर हाउस रोड पर नजर आए। अपने साइकिल पर सवार होकर भाऊ साहेब जनजागरण के लिए पिछले कई वर्षों से भ्रमण कर रहे। उन्होंने कहा कि एक विकसित देश के लिए आदर्श समाज का निर्माण जरूरी है और यह प्रकल्प तभी पूरा हो सकता है, जब हम अपने समाज को कुप्रथाओं से मुक्त करें।
मन में कुछ कर गुजरने की चाह हो तो बढ़ती उम्र भी अपने लक्ष्य तक पहुंचने में अड़चन नहीं डाल पाती। यही जोश-जस्बा और कुछ कर गुजरने का जुनून ही हमें दूसरों से अलग बनाता है। कुछ अलग कर स्वयं के जीवन को समाज हित मे समर्पित करने वाले 46 साल के भाऊ साहब समाज से दहेज और भ्रुण हत्या की कुप्रथाएं दूर करने और नशे के दंश से मुक्त करने का लक्ष्य बनाया है। मूलतः ग्राम हसनाबाद, जिला जालना महाराष्ट्र के रहने वाले भाऊ साहेब भावर अपनी सायकल चला कर कोरबा पहुंचे। सबसे पहले उन्होंने कुसमुंडा क्षेत्र में भ्रमण किया और अपने संदेश से अवगत कराते हुए लोगों को जागरुक एवं जागृत बनने का संदेश दिया।
भाऊ साहेब राष्ट्रीय एकता और अखंडता का संदेश जन जन तक पंहुचाने के साथ दहेज कुप्रथा एवं कन्या भूर्ण हत्या को रोकने के उद्देश्य से वर्ष 1993 से सायकल पर पूरे देश मे भ्रमण कर रहे है। यह छठवीं बार है, जो वे देशभ्रमण पर निकले हैं। उन्होंने कहा कि हमारे देश में महिलाओं-बहनों को देवी कहा जाता है। धरती, प्रकृति, गौ और नदियों को माता की संज्ञा दी जाती है। ऐसे में देश का एक तबका उन्हीं बेटियों के खिलाफ दहेज और भ्रुण हत्या जैसा अपराध समझ के परे है। यही वजह है जो उन्होंने समाज में दीपक बन रही इन कुप्रथाओं को दूर करने का बीड़ा उठाया है। इसी तरह नशे की प्रवृत्ति हमारे देश और युवाओं को कमजोर कर रही, जिसे खत्म करना बहुत जरूरी है।
हजारों किलोमीटर साइकल चलाकर देशभ्रमण पर निकले भाऊ साहब एसईसीएल कुसमुंडा कार्यालय पहुंचे, जहां कुसमुंडा सीजीएम आरपी सिंह से उन्होंने सौजन्य मुलाकात की। इस दौरान सिंह ने उनका हौसला बढ़ाया। इस अवसर पर मुख्य महाप्रबंधक आरपी सिंह ने उन्हें कोविड संक्रमण से बचने आवश्यक सामाग्री मास्क सैनिटाइजर भेंट करते हुए आगे की यात्रा व उद्देश्य में में सफलता की प्रार्थना की। उनके इस अनोखे प्रयास की सराहना देते हुए सीजीएम सिंह ने कहा कि भाऊ साहब हम आपके जस्बे को हम सलाम करते हैं। समाज में फैली कुरीतियों को हटाने उनका यह प्रयास अत्यंत ही सराहनीय है। सिंह ने कहा कि उनका यह प्रयास निसंदेह रंग लाएगा।