November 7, 2024

लद्दाखी खुबानी की पहली खेप दुबई को निर्यात, 15,789 मीट्रिक टन खुबानी का होता है उत्पादन

नईदिल्ली 10 सितम्बर। देश के अलग-अलग हिस्से से कृषि निर्यात को बढ़ावा दिया जा रहा है। इस बार केंद्र शासित प्रदेश लद्दाख से खुबानी की पहली कमर्शियल शिपमेंट दुबई को निर्यात की गई है। यह एक कदम ऐसा है जो लद्दाख से कृषि उपज के निर्यात को बढ़ावा देने से किसानों के साथ-साथ उद्यमियों की आय में बढ़ोतरी होगी।

*शिपमेंट से पहले हवाई मार्ग से भेजे गए सैंपल*

जानकारी के मुताबिक खुबानी की पहली खेप लेह, लद्दाख से मुंबई भेई गई और वहां से उसे दुबई निर्यात किया गया। एपीडा, दुबई स्थित एक आयातक समूह के सहयोग से लद्दाख की खुबानी के लिए एक निर्यात मूल्य श्रृंखला स्थापित करने के लिए काम कर रहा है। शिपमेंट का निर्यात मुंबई से एपीडा पंजीकृत निर्यातक द्वारा किया गया। वहीं दुबई को निर्यात के लिए भेजे गए शिपमेंट से पहले ताजा खुबानी के कुछ सैंपल लेह से दुबई के लिए हवाई मार्ग से भेजे गए थे।

*लद्दाख खुबानी की बढ़ी मांग*

लद्दाख की खुबानी बहुत मीठी होती और पूरी तरह से घुलने के कारण वह एक बेहतरीन स्वाद देती है। साथ ही वह देखने में भी आकर्षक होती है। केंद्र शासित प्रदेश लद्दाख खुबानी की कई किस्मों का उत्पादन करता है, जिनमें से चार से पांच किस्मों की खेती कमर्शियल उत्पादन के लिए की जाती है । इन किस्मों के लिए निर्यात के अवसर भी मौजूद हैं। लद्दाख खुबानी की मांग ओमान और कतर जैसे मध्य पूर्वी देशों से भी बार-बार आ रही हैं।

*लद्दाख नें 15,789 मीट्रिक टन खुबानी का उत्पादन*

लद्दाख केंद्र शासित प्रदेश के कृषि सचिव, और वाणिज्य एवं उद्योग सचिव ने बताया कि केंद्रशासित प्रदेश लगभग 15,789 मीट्रिक टन खुबानी का उत्पादन करता है। जिसमें से चार से पांच किस्में निर्यात के लिए उपयुक्त हैं। केंद्र शासित प्रदेश लद्दाख से निर्यात बढ़ाने के लिए उत्पादन बढ़ाने के साथ-साथ नई कमर्शियल किस्मों की विकसित करने में सक्षम होगा।

*लद्दाख के उत्पादों के निर्यात की शुरुआत*

वहीं एपीडा का कहना है कि यह लद्दाख के उत्पादों के निर्यात की शुरुआत है। आने वाले दिनों में निर्यात को बढ़ावा देने के लिए केंद्र शासित प्रदेश लद्दाख से विदेशी बाजार के लिए अधिक से अधिक उत्पादों की पहचान करेगा। इस पहल से लद्दाख के उत्पादों की बेहतर कीमत प्राप्त होगी। एपीडा वर्तमान में लद्दाख खुबानी के ब्रांड के निर्माण में निर्यात की सहायता कर रहा है। लद्दाख खुबानी का यह निर्यात इस क्षेत्र से मध्य-पूर्व के देशों में अन्य समशीतोष्ण मौसम वाले फलों और जैविक उत्पादों के निर्यात की संभावना को खोलता है।

*सी-बकथोर्न के निर्यात पर भी नजर*

इसके साथ ही एपीडा ने कहा कि उद्यमियों, अधिकारियों, किसानों सहित सभी संबंधित पक्षों का क्षमता निर्माण, लद्दाखी उत्पादों की ब्रांडिंग, मार्केटिंग और लद्दाख को ‘जैविक’ क्षेत्र बनाने के लिए तकनीकी सहायता देने की भी प्रक्रिया जारी है। एपीडा लद्दाख के उत्पादों की ब्रांडिंग और प्रचार के लिए विशेष सहायता प्रदान करेगा। इसके तहत वह सी-बकथोर्न, जो विटामिन सी, ओमेगा और अन्य आवश्यक पोषक तत्वों से भरपूर है, उस पर खास जोर देगा।

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