छत्तीसगढ़ माटी पुत्र सम्मान से नवाजे गए नाड़ी वैद्य जानकी
कोरबा 12 सितंबर। हमारे समाज का एक बड़ा अंग खान-पान तथा अनियमित दिनचर्या के कारण ब्याधिग्रस्त हो रहा है। ऊपर से अंग्रेजी दवाइयों के सेवन से साइड इफेक्ट का खतरा मंडरा रहा होता है, ऐसे में अंतर्राष्ट्रीय ख्याति प्राप्त तथा समाज सेवक जानकी प्रसाद पुलस्त लोगों के बीच जाकर आयुर्वेद अपनाने के लिए प्रेरित कर रहे हैं। इस कार्य के लिए जानकी को छत्तीसगढ़ माटी पुत्र सम्मान से नवाजा गया।
राज्य स्तरीय पंथी सतनाम भजन एवं लोक कलाकारों का महासम्मेलन दुर्ग में आयोजित किया गया। इस दौरान आयुर्वेदिक जड़ी बूटियों के क्षेत्र में लोकप्रिय वैद्य तथा समाज सेवक जानकी प्रसाद पुलस्त पाली को दुर्ग जिला कांग्रेस जिलाध्यक्ष निर्मल कोशलेय ने मोमेंटो, श्रीफल शाल प्रशस्ति पत्र प्रदान किया। पुलस्त को शासन व अन्य सामाजिक संगठनों से भी पुरस्कृत किया चुका है। आयुर्वेद को साथ लेकर परंपरागत सनातन संस्कृति के साथ चलने का प्रचार-प्रसार के लिए भी पुलस्त लोकप्रिय हुए और उन्होंने समाज को दिशा दिखाई। उन्होंने अपने अथक मेहनत समर्पण से विलुप्त प्राय व्याधि हरने वाले पौधों को जंगल से तलाश कर अपने घर की बाड़ी में सहेजा है, विलुप्त प्रजाति के पारंपरिक जड़ी बूटियों को सरक्षंण तथा सवर्धन कर समाज के लोगों के उत्थान तथा कल्याण के निहितार्थ सेवा भाव से कार्य निष्पादन किया जा रहा है। इतना ही नहीं हर जरूरतमंद लोगों को नाड़ी वैद्य के नाते निःशुल्क आयुर्वेद से इलाज कर रहे हैं। क्षेत्र में वैद्य पुलस्त काफी समय से समाज से व्याधियों के उन्मूलन में लगे हुए हैं व सभी आयुर्वेद पादपों का महत्व बढ़े और लोग अंग्रेजी दवाओं के सेवन से परहेज करें।