November 22, 2024

हाथियों के दल ने रौंदी फसल, उत्पात से ग्रामीणों में दहशत

कोरबा 12 सितंबर। वनमंडल कटघोरा के बाद अब 10 हाथियों के दल ने कोरबा वनमंडल के जंगल में दस्तक दे दी है। अचानक पहुंचे हाथियों ने डिवीजन के पसरखेत रेंज अंतर्गत आने वाले ग्राम बासीन एवं फूलसरी में डेढ़ दर्जन से अधिक किसानों की फसल रौंद दी। बड़ी मात्रा में फसल रौंदे जाने व हाथियों के उत्पात से ग्रामीण दहशत में है। सूचना मिलने पर वन विभाग का अमला मौके पर पहुंचकर हाथियों की निगरानी में जुट गया है। वहीं नुकसानी का आंकलन भी किया जा रहा है। हाथियों का दल अभी फूलसरी के जंगल में है।

वन विभाग के अधिकारियों ने बताया कि क्षेत्र में विभाग द्वारा मुनादी करायी जा रही है। जानकारी के अनुसार हाथियों का दल धरमजयगढ़ क्षेत्र से कुदमुरा रेंज के रास्ते पसरखेत पहुंचा है। यहां पहुंचते ही दल ने उत्पात मचाना शुरू कर दिया। हाथी रात भी ग्रामीणों के खेतों में रहे और चिंघाड़ लगाने के साथ उत्पात मचाते रहे। वहां खेतों में लगे धान की फसलों को तहस नहस कर दिया। अचानक हाथियों के पहुंचने और उत्पात मचाये जाने से ग्रामीण दहशत में है। काफी दिनों बाद हाथियों का दल यहां पहुंचा है। इससे पहले हाथी मांड नदी पार कर रात में कुदमुरा रेंज पहुंचते थे और जिल्गा गीतकुआंरी के जंगल में विचरण करने के बाद सुबह होने से पहले धरमजयगढ़ लौट जाते थे। हाथियों ने विचरण करते रहने से कोई नुकसानी नहीं हो रहा था। ग्रामीण व वन विभाग के अधिकारी व कर्मचारी निश्चिंत थे। लेकिन अबकि बार हाथियों के दल ने कुदमुरा रेंज की सीमा को पार कर पसर खेत पहुंचकर न केवल दो दिनों से डेरा डाल रखा है। बल्कि उत्पात मचाकर ग्रामीणों के फसल को भी रौंद दिया है। उधर कटघोरा वनमंडल के पसान रेंज में हाथियों का उत्पात लगातार जारी है। 35 की संख्या में विभिन्न गांवों में घूम रहे हाथियों ने बीती रात अमझर व पोड़ीकला से आगे बढ़कर पंडों पारा लैंगी पहुंच गए और यहां किसानों के खेतों में पहुंचकर उनकी फसल रौंद दीए जिससे उन्हें काफी नुकसान उठाना पड़ा है। वन विभाग का अमला आज सुबह फिर हाथी पीड़ित गांवों में पहुंचा और रात में हाथियों द्वारा किये गए नुकसानी का सर्वे किया।

Spread the word