November 23, 2024

शिक्षा गुणवत्ता अभियानः जिला पंचायत सीईओ श्री कुंदन कुमार ने ली बैठक

कोरबा 27 सितंबर। छत्तीसगढ़ शासन की मंशा स्कूली बच्चों को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा उपलब्ध कराना है। शासन एवं प्रशासन का सबसे ज्यादा फोकस ग्रामीण अंचलों के बच्चों को बेहतर एवं अच्छी शिक्षा देने के लिए है, क्योकि यहां संसाधन बहुत सीमित रहता है। ग्रामीण बच्चों को शहर की तुलना में बडे प्रतियोगी परीक्षाओं में भाग लेने का अवसर बहुत कम मिलता है। इसी उद्देश्य की पूर्ति के लिए शिक्षा गुणवत्ता अभियान के तहत बैठक आयोजित की गई। कलेक्टर श्रीमती रानू साहू के निर्देशन मे शिक्षा व्यवस्था को और बेहतर करने के लिए जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी श्री कुंदन कुमार की अध्यक्षता में बैठक जिला पंचायत सभाकक्ष में आयोजित हुई। बैठक में सीईओ श्री कुंदन कुमार ने स्वामी आत्मानंद इंग्लिश स्कूलों में निर्माण कार्य एवं गुणवत्ता पर जोर देते हुए अधिकारियों को निर्देशित किया कि अगले अक्टूबर माह के अंत तक सभी निर्माण कार्य पूर्ण हो जाने चाहिएए इसके लिए सभी बीईओ जिम्मेदारी से कार्य करेगें। वर्तमान में शिक्षकों के भर्ती पूर्ण कर ली गई हैए सभी ज्वाईनिंग भी कर रहे है। अतः शिक्षा गुणवत्ता में किसी भी प्रकार की कमी नहीं होनी चाहिए। अंग्रेजी माध्यम में अच्छी शिक्षा हासिल करने हेतु बच्चों के लिए शासन की ओर से कोरबा जिले में सर्व सुविधायुक्त छः जगहों पर स्वामी आत्मानंद शासकीय इंग्लिश स्कूल खोला गया हैए जिसमें उच्च योग्यता वाले अंग्रेजी माध्यम के शिक्षकों की नियुक्ति की गई है। यहां ग्रामीण अंचलों के बच्चों को अंग्रेजी में बेझिझक बोलनेए पढ़ने. लिखने हेतु सिखाने के साथ. साथ प्रतियोगी परीक्षाओं में सफलता हासिल करने तैयार कराया जाना है। सभी स्वामी आत्मानंद शासकीय इंग्लिश स्कूलों में वाई.फाई सिस्टम के साथ इंटरनेट की सुविधा उपलब्ध रहेगा। साथ ही इंटरेक्टिव बोर्ड भी उपलब्ध होगाए ताकि बच्चें नवीनतम टेक्नालॉजी का उपयोग करते हुए शिक्षा प्राप्त कर सके। समीक्षा बैठक में जिले में संचालित कुल दो हजार 173 शासकीय स्कूलों की शिक्षा में गुणवत्ता लाने गहन चर्चा कर कार्ययोजना बनाई गई। बैठक में जिला शिक्षा अधिकारीए जिला मिशन समन्वयकए एडीपीओए एपीसीए सभी विकासखण्ड शिक्षा अधिकारीगणए सभी बीआरसीए स्वामी आत्मानंद शासकीय इंग्लिश स्कूलों के प्राचार्य एवं शिक्षकगण मौजूद रहें।

बैठक में शिक्षा गुणवत्ता पर शिक्षकों को प्रशिक्षण एवं अन्य कार्य संपादन करने की जवाबदारी एपीसी श्री विजय कौशिक को दिया गया। बैठक में उपस्थित सभी अधिकारी.कर्मचारियों ने अपने. अपने विचार रखते हुए शिक्षा गुणवत्ता पर कार्य करने निश्चय लिए। जिला प्रशासन की तरफ से कलेक्टर श्रीमती रानू साहू द्वारा शिक्षा गुणवत्ता का कार्य प्राथमिकता से करने हेतु सभी को निर्देशित किया गया है। जिला पंचायत सीईओ ने कहा कि बोर्ड परीक्षा में शत.प्रतिशत परीक्षा परिणाम लाने उस स्कूल के प्राचार्य को जवाबदारी से कार्य करना होगा। सुपर 90 के तहत बोर्ड परीक्षाओं में सभी बच्चें 90 प्रतिशत से उपर अंक हासिल कर सके इसके लिए विषय विशेषज्ञों का टीम बनाते हुए गु्रप बनाना होगा। इस ग्रुप मे आपस में चर्चा कर बच्चों को बोर्ड परीक्षा हेतु 90 प्रतिशत से अधिक अंक लाने बच्चों को तैयार किया जाएगा। इसी प्रकार बच्चों को प्रतिदिन 4 पेज का लेखन अभ्यास कराना है। प्रतियोगी परीक्षा जैसे. जवाहर नवोदय, जवाहर उत्कर्ष, सैनिक स्कूल प्रवेश, एनडीए राष्ट्रीय प्रतिभा खोज परीक्षाए एनएमएमएसई इंसपायर अवार्ड जूनियर सांईटिस्ट परीक्षाए इंजीनियरिंगए मेडिकल प्रवेश परीक्षा एवं अन्य प्रतियोगी परीक्षाओं के बारे में बच्चों को विस्तार से बताने के साथ.साथ इसके लिए प्राथमिकए माध्यमिक हाई एवं हायर सेकण्ड्री स्तर पर अलग-अलग चयन भी करना होगा। प्रतिभाशाली बच्चों का चयन परीक्षा के माध्यम से विकासखण्डवार करना है। चयनित विद्यार्थियों के लिए जिला प्रशासन द्वारा अलग से कोचिंग की व्यवस्था किया जाएगा। बच्चों को हर प्रकार की सुविधा उपलब्ध कराते हुए प्रतियोगी परीक्षा में सफलता हासिल कराना मुख्य उद्देश्य रहेगा। प्रतिभाशाली बच्चों का चयन सावधानीपूर्वक करने सभी विकासखण्ड शिक्षा अधिकारी को दायित्व दिया गया। इसी प्रकार सभी स्कूलों के प्राचार्य एवं प्रधान पाठकों का बैठक लेकर उनसे शिक्षा गुणवत्ता पर कार्य करने सुझाव लिया जाएगा ताकि वर्तमान परिस्थितियों में रहते हुए बच्चों को अच्छी शिक्षा मिल सके। इसके लिए अगामी 20 अक्टूबर से पहले सभी कार्ययोजना पर कार्य पूर्ण करते हुए समय सीमा तय किया गया है। प्रत्येक स्कूलों में कक्षा 8वीं से 12वीं तक के छात्रों को हिन्दी एवं अंग्रेजी के समाचार पत्रों को प्रार्थना के समय पढ़ाए जाने एवं रेडियों में प्रसारित हिन्दी एवं अंग्रेजी समाचार को सुनाए जाने निर्देशित किया गया है ताकि बच्चों को करेन्टअफेयर्स की जानकारी हो सके। इंटरनेट पर उपलब्ध बायजूस एवं अन्य ट्यूटर एप्प का उपयोग अनिवार्यतः करते हुए अधिक से अधिक गतिविधि आधारित एवं रूचिकर शिक्षा दिए जाने हेतु कहा गया। स्कूल मॉनिटरिंग लगातार करने एवं कमियों को दूर करने की व्यवस्था भी सुनिश्चित किया जाना है। इसके लिए जिला स्तर एवं विकासखण्ड स्तर के सभी अधिकारियों को जिम्मेदारी देते हुए साप्ताहिक बैठक कर समीक्षा किए जाने निर्देशित किया गया। बैठक में सभी विकासखण्ड स्तर के अधिकारी एवं प्राचार्यों को गंभीरतापूर्वक जिम्मेदारी से कार्य करने निर्देशित किया गया।

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