December 24, 2024

10 हजार बोनस की मांग को लेकर ठेका कामगारों ने दिया धरना

कोरबा 20 अक्टूबर। सार्वजनिक उपक्रमों ने अपने कर्मचारियों को बोनस की राशि दशहरा से पहले बांट दी है। कुछ कंपनियों ने दीवाली तक भुगतान करने की बात कही है। जबकि बिजली कंपनी का मसला स्पष्ट नहीं है। इससे पहले ही 10 हजार रुपए दीपावली बोनस की मांग को लेकर ठेका कामगारों ने डीएसपीएम के सामने सुबह से धरना दिया। फेडरेशन का एक धड़ा इसका समर्थन कर रहा है।

कंपनियां अलग-अलग स्लैब के आधार पर अधिकारियों और कर्मचारियों को बोनस दिया करती है। हर कहीं इसके लिए मापदंड भिन्न-भिन्न है। यही कारण है कि हर बार उत्पादन और उत्पादकता के आधार पर इसका निर्धारण होता है। राज्य सरकार के उपक्रम के रूप में काम करने वाली सीएसईबी ने पिछले वर्ष अपने कर्मचारियों को अनुग्रह राशि के रूप में 5 हजार रुपए दिए थे। जबकि ठेका कामगारों को उनके नियोक्ता उपस्थिति के आधार पर बोनस की राशि देते हैं। ठेकेदारों के भी अपने यूनियन हैं जो ऐसे मामलों में नीतिगत निर्णय लेने और इसके अनुसार चलने पर जोर देते हैं। इन सबसे अलग अबकी बार मांग की जा रही है कि उत्पादन कंपनी में काम करने वाले सभी ठेका कामगारों को 10 हजार रुपए बोनस दिया जाए। इसके अलावा उन्हें ठीक-ठाक वेतन भी दिया जाना चाहिए। दशहरा से पहले इसके लिए दबाव बनाया जा रहा था लेकिन हुआ कुछ नहीं। दीपावली को एक पखवाड़ा बचा हुआ है। कोशिश की जा रही है कि इससे पहले कम से कम बोनस के मसले को निराकृत किया जाए। छत्तीसगढ़ विद्युत कर्मचारी संघ फेडरेशन-01 ने इस विषय पर डीएसपीएम के सामने धरना प्रदर्शन किया। प्लांट में काम करने वाले काफी कामगार काम-धाम छोड़कर इसमें शामिल हुए। संगठन के पदाधिकारी रामू चेट्टी, पवन दास और अन्य ने यहां पर अपनी बात रखी। इस दौरान कहा गया कि छुटभैये नेता कामगारों के मामले में कई तरह की बात करते हैं। हमारी कोशिश होगी कि इनके साथ न्याय किया जाए।

प्रदर्शन के साथ कई अहम् सवाल भी खड़े हो रहे हैं। खास बात यह है कि ठेका कामगार केवल उत्पादन कंपनी के अंतर्गत कोरबा के डीएसपीएम, एचटीपीएस वेस्ट और मड़वा परियोजना सहित मिनीमाता हसदेव बांगो परियोजना ऐतमानगर में ही काम नहीं कर रहे हैं बल्कि वे सिविल से लेकर पारेषण और वितरण कंपनी में भी कायम हैं। इस स्थिति में इन कामगारों को कितनी बोनस की राशि दी जाएगी या दिलाने के लिए प्रयास किया जाएगा। जानकारों का कहना है कि अगर उत्पादन कंपनी के लिए काम करने वाले ठेका कामगारों को 10 हजार का बोनस दीपावली से पहले दिया जाता है तो कम से कम इतनी ही राशि उन सभी ठेकेदारों को भी अपने अधीन काम कर रहे ठेका कामगारों को निश्चित रूप से देने की मानसिकता बनाने के साथ संकल्प लेना चाहिए, जो दूसरे सेक्टर से जुड़े हुए हैं।

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