December 23, 2024

गांव में रैली निकालकर उतरदा के विद्यार्थियों ने बताए आजादी के मायने

कोरबा 23 अक्टूबर। शासकीय हायर सेकेंडरी स्कूल उतरदा में आजादी का अमृत महोत्सव अंतर्गत मुहीम को आगे बढ़ाते हुए एक कार्यक्रम आयोजित किया गया। आजादी के मायने, उसे प्राप्त करने के पीछे का संघर्ष, हमारे देश के क्रांतिकारियों, महान लोगों का त्याग और उस दौर की विकट परिस्थितियों को जानने की बातों पर केंद्रित अनेक आयोजन किए जा रहे। इसी क्रम में विद्यालय के छात्र-छात्राओं और शिक्षकों ने रैली निकालकर लोगों को उस दौर के बारे में बताया, जिसमें आजादी के यज्ञ के लिए असंख्य आहूति देकर आज का सुनहरा युग प्राप्त किया गया।

भारतीय रेडक्रास सोसायटी इकाई शासकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय उतरदा में आजादी का अमृत महोत्सव मनाया गया। भारतीय रेडक्रास सोसाइटी के प्रभारी व्याख्याता राकेश टंडन के नेतृत्व एवं संस्था के प्रभारी प्राचार्य जीपी लहरे के दिशा-निर्देश में विद्यार्थियों व सभी शिक्षकों ने ग्राम उतरदा में रैली निकाली। महापुरुषों एवं वीर शहीदों का जयकारा लगाते हुए चौक-चौराहों में उनके कार्यों के बारे में जानकारी प्रदान की। व्याख्याता पीपी अंचल एवं विद्यार्थियों की ओर से आजादी से संबंधित स्लोगन लेखन एवं वाचन किया गया। भारतीय रेडक्रास सोसाइटी उतरदा के प्रभारी शिक्षक राकेश टंडन ने विद्यार्थियों को आजादी के महत्व के बारे में जानकारी प्रदान की। संस्था के प्राचार्य जीपी लहरे की ओर से समस्त विद्यार्थियों को देशहित एवं सकारात्मक कार्य करने के लिए प्रेरित किया गया। इस अवसर पर पटवर्धन खांडे, उत्तम सिंह मरावी, नरेंद्र पाटले, अनुज कुमार जांगड़े, सुधीर कुमार चंद्रा, संदीप सूर्यवंशी, राजेंद्र केंवटए सुशीला पैगोर, निर्मला शर्मा, संगीता भारद्वाज, ममता मांडले, वंदना डहरिया, नीलिमा सोनी एवं शीलू ध्रुव उपस्थित रहे।

गांव में आयोजित जागरुकता रैली के माध्यम से शिक्षक-छात्रों ने महापुरुषों, वीर शहीदों का जय कारा लगाते हुए चौक-चौराहों में उनके कार्यों के बारे में जानकारी प्रदान की। आजादी के अमृत महोत्सव के अंतर्गत दो अक्टूबर से 14 नवंबर तक राष्ट्रव्यापी जन जागरूकता अभियान चलाया जा रहा है। महोत्सव के अंतर्गत प्रगतिशील भारत की आजादी के 75 साल और इसके लोगों, संस्कृति और उपलब्धियों के गौरवशाली इतिहास को मनाने और मनाने के लिए भारत सरकार की एक पहल है। इसका उद्देश्य गर्व के उन क्षणों को स्मरण करना है, जिनसे भारत की आजादी का इतिहास जुड़ा है।

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