खाद्य विभाग की टीम ने दो हजार लीटर ईंधन जब्त किया
कोरबा 26 अक्टूबर। बायो डीजल के नाम पर बाजार में बड़े पैमाने पर खप रहे ईंधन को ले जाते एक कैंपर को पकड़ा गया है। दो हजार लीटर पारदर्शी ईंधन से भरे आरकेटीसी कंपनी के इस कैंपर को खाद्य विभाग ने रिस्दी चौक में रोका था। विभाग को शंका थी कि इस वाहन में भरा ईंधन डीजल नहीं है, जिसके बाद आइओसीएल की मदद से सैंपलिंग भी की गई। सैंपल प्रयोगशाला जांच के लिए रायपुर भेजते हुए कैंपर जब्त कर पुलिस के हवाले कर दिया गया।
शहर में बायोडीजल के नाम पर चल रहे विदेशों से आयातित डीजल के अवैध कारोबार का पर्दाफाश हुआ है। खाद्य विभाग की टीम ने रिस्दी चौक से आरकेटीसी के चलित टैंकर से इस डीजल को जब्त कर जांच कर रही है। जानकारों का कहना है कि बायोडीजल के नाम पर लंबे समय से चल रहे इस ईंधन की बिक्री अनाधिकृत तौर पर की जा रही है। इसकी शिकायत के बाद बायो डीजल यानी आयातित पारदर्शी द्रब्य को पकड़ने खाद्य विभाग की टीम ने जाल बिछाया। आखिरकार खाद्य विभाग की टीम ने इस कैंपर को धर दबोचा। प्रशासन की टीम ने रिसदी चौक पर गाड़ियों में खपाने के लिए लाए गए ईंधन से भरा कैंपर जब्त किया। टैंकर में 2000 लीटर पारदर्शी द्रव्य भरा था, जिसे बायोडीजल बताकर खपाने रायपुर से लाया जा रहा था। पकड़े गए कैंपर को जब्त कर बालको पुलिस थाना के सुपुर्द किया गया है। फिलहाल जांच जारी है। सैंपल रिपोर्ट मिलने व जांच पूर्ण होने के बाद बड़े इस मामले का खुलासा हो सकेगा और आगे की कार्रवाई की जाएगी।
खाद्य अधिकारी जेपी सिंह ने बताया कि इंडस्ट्रीयल उपयोग के लिए पेट्रोलियम द्रव्य उद्योगों को दिया जाता है। इसका उपयोग लोग अनाधिकृत रूप से ट्रक व अन्य वाहनों में डीजल की जगह ईंधन के रूप में कर रहे हैं। प्रथम दृष्टया पाया गया कि उसके पास वैध दस्तावेज नहीं हैं। इस ईंधन का दुरुपयोग किए जाने के कारण जब्त किया गया है। पकड़े गए कैंपर चालक के अनुसार वह उसे उरगा होते हुए रायपुर से लेकर आ रहा था। इसमें डीजल नहीं होने के शंका पर उसे रोककर जांच किया। द्रव्य का सैंपल लेकर जांच के लिए भेजा गया है वाहन को जब्त कर लिया गया है। सैंपलिंग के लिए आइओसीएल से संपर्क किया गया और आइओसीएल के सेल्स अफसर भावेश साहू मौजूद रहे।