जांजगीर-चांपा से 3 लाख की नशीली दवा खपाने की थी तैयारी, पांच आरोपी गिरफ्तार
कोरबा 9 नवम्बर। क्षेत्र में नशीली दवा का कारोबार एक बार पुनः पैर पसारने लगा है। दूसरे जिले से आकर बाइक में घूम घूम कर दवाइयां बेची जा रही है। शिकायत पर पुलिस ने पांच आरोपित को गिरफ्तार कर उनके पास 256 कफ. सिरफ, 1408 कैप्सूल व दो दोपहिया वाहन जप्त किया गया है।
जांजगीर-चांपा से नशीली कफ सिरफ व टेबलेट काफी मात्रा में लेकर एक व्यक्ति के कोरबा आने की सूचना पुलिस को मिली। कोतवाली पुलिस ने टीम बना कर आरोपितों की पतासाजी में जुटी थी। इस बीच मुखबिर से सूचना मिली कि गोमाता चौक पर कुछ संदिग्ध लोग खड़े है और उनके पास नशीली दवाइयां है। इस सूचना पर पुलिस टीम ने इमलीडुग्गु चौक के पास एक मोटर सायकल क्रमांक सीजी 12 एटी 1290 में दो लोगों को गोमाता चौक की ओर से आते देखा। रोक कर वाहन की जांच करते हुए पूछताछ की गई। तब बाइक चला रहे व्यक्ति ने अपना नाम सिकंदर खान उर्फ बाबा निवासी मस्जिद मोहल्ला सोनारीन घाट चांपा व पीछे बैठे व्यक्ति ने अपना नाम शफीक मेमन उर्फ फजलू निवासी गोमाता चौक कोरबा बताया। उसके हाथ मे एक पीले रंग की बोरी मिली। जांच करने पर बोरी में 148 शीशी कफ सिरफ और 448 नशीला टेबलेट बरामद की गई। दूसरी टीम द्वारा बरबसपुर के पास कोरबा आ रही स्कूटी क्रंमांक जेएच सात एफ 7725 को रोककर जांच की। स्कूटी मनीष जागृति चला रहा था, धीरेन्द्र शुक्ला निवासी गोकुलनगर हाउसिंग बोर्ड बीच में बैठ कर पीले रंग की बोरी रखा था, वहीं स्कूटी के पीछे बैठा चंद्रेश महंत उर्फ मनीष निवासी उरगा बस्ती थाना उरगा अपने पास एक कार्टूून रखा था। सामानों की जांच किए जानने पर बोरी में 115 नशीला कफ सिरफ तथा कार्टून में 960 नशीला टेबलेट मिला। सभी आरोपितों के खिलाफ धारा 22 सी एनडीपीएस एक्ट के अंतर्गत कार्रवाई की गई।
पुलिस को पूछताछ के दौरान आरोपितों ने बताया कि सिकंदर खान अपने साथ नशीली दवाइयों को लेकर आया था। पुलिस ने बताया कि सिकंदर ने कोरबा में अन्य आरोपितों को दवाइयां डिलीवरी करने के लिए बुलाया था। मनीष जागृतिए धीरेंद्र शुक्ला व चंद्रेश महंत आरोपित सिकंदर के पास से नशीली दवा लेकर जा रहे थे, तब उरगा पुलिस ने पकड़ा। शेष बचे हुई नशीली दवा को शफीक मेमन उर्फ फजलु खरीदा था। जिसे छिपाने के लिए आरोपित पुराने बस स्टैंड की ओर जा रहे थे, तभी कोतवाली पुलिस ने पकड़ लिया।