नवाचार: श्रीमती पूर्णेश डड़सेना पढ़ाई तुहर द्वार के साथ समाचार पत्रों की कटिंग से बच्चों में कौशल विकास
रायपुर 26 जुलाई। लॉक डाउन होने पर शिक्षिका श्रीमती पूर्णेश डड़सेना शा. पूर्व मा. शाला चंगोराभाठा पूर्व के द्वारा बच्चों को लगातार शिक्षा से जोड़े रखने के प्रयास में एक नवाचार किया जा रहा है, जिसमें समाचार पत्रों से बच्चों के लिए उपयोगी ज्ञानवर्धक समाचार की कटिंग एकत्र कर उन्हें बच्चों को लगातार व्हाट्सएप ग्रुप के माध्यम से भेजना तथा उनसे उन विषयों पर चर्चा करना एवं उन्हें लिखने और पढ़ने के लिए लगातार प्रोत्साहित करना शामिल है, जिससे बच्चों में विभिन्न कौशलों का विकास हो। इससे बच्चों में ज्ञान का विस्तार, लेखन कला, पठन, अपने विचार को व्यक्त करने की क्षमता और प्रश्न करने की जिज्ञासा बढ़ी है। इनके द्वारा पढ़ाई तुहर द्वार में लगातार ऑनलाइन कक्षा संचालित की जा रही है जिसमें पढ़ाई के साथ साथ बच्चों को शिक्षा से जोड़े रखने के लिए कई प्रयास किए जा रहे हैं तथा कहानियों के माध्यम से नैतिक मूल्यों का विकास, अनेक महापुरुष एवं वैज्ञानिकों की जीवनी से प्रेरणा लेना तथा प्रदूषण, वृक्षारोपण जैसे विश्वव्यापी मुद्दों पर चर्चा के लिए भी समय दिया जा रहा है। साथ ही ग्रुप के माध्यम से बच्चों को दिमागी कसरत के सवाल चित्रकला व रंगों की बारीकियां भी सिखा रही हैं। इससे बच्चों में लिखने की क्षमता के साथ-साथ रचनात्मकता का भी विकास हो रहा है। इन सब कार्यों में बच्चों से अच्छी प्रतिक्रिया मिल रही है। बच्चे लगातार इन्हें व्हाट्सएप ग्रुप के माध्यम से अपनी कहानियां लिखकर एवं अपनी प्रतिक्रियाएं भेज रहे हैं। कुछ बच्चे अपने विचार भी व्यक्त करते हैं और शिक्षक के प्रति आभार भी व्यक्त कर रहे हैं कि वह उन्हें कुछ नया सिखाने का प्रयास कर रही हैं। बच्चों की इन गतिविधियों को किसी अन्य माध्यम से या बाल पत्रिका किलोल में प्रकाशित भी किया गया है। इनका मानना है कि सीखना एक सतत प्रक्रिया हैं। हम पुस्तक से ही नहीं अपने आसपास विभिन्न माध्यमों से भी सीख सकते हैं और ऐसे प्रयास हमें इस संकट काल में बच्चों को ज्ञान से जोड़े रखने के लिए करते रहना चाहिए।