बांस उत्पादन के लिए सामुदायिक वनाधिकार पट्टे भूमि का होगा चयन
बांस के उत्पाद से वनवासियों को मिलेंगे स्वरोजगार के साधन
कोरबा 25 जनवरी। कलेक्टर श्रीमती रानू साहू ने आदिवासी विकास विभाग की भी समीक्षा की। उन्होंने समीक्षा के दौरान जिले में संचालित छात्रावास, आश्रम-शालाओं की जानकारी सहायक आयुक्त श्रीमती माया वारियर से ली। उन्होंने आश्रम शालाओं में सभी मूलभूत सूविधाओं को सुनिश्चित करने के निर्देश दिए। कलेक्टर ने सहायक आयुक्त से सामुदायिक वनाधिकार पट्टा वितरण के बारे में भी जानकारी ली। उन्होंने बंास के उत्पादन लायक सामुदायिक वनाधिकार भूमि का चयन करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि ऐसे भूमि में बांस का उत्पादन कर बांस से बनने वाले विभिन्न उत्पाद बनाने का प्रशिक्षण आदिवासियों को दी जाए। बांस से विभिन्न प्रकार के उपयोगी और सजावटी सामानों के निर्माण से आदिवासियों को स्वरोजगार के साधन मिलेंगे और उन्हें आर्थिक लाभ होगा।
कलेक्टर ने बैठक में ग्राम विकास योजना की भी जानकारी सहायक आयुक्त से ली। उन्होंने हर विकासखंड़ के दो – दो गांवों का विकास प्लान और उनकी प्रगति के बारे में रिपोर्ट देने के भी निर्देश दिए। कलेक्टर ने जिले में विकसित किये जाने वाले 12 आदर्श छात्रावासों में विद्यार्थियों के रहने और पढ़ने के जरूरी सुविधाओं को सुनिश्चित करने के निर्देश दिए। बैठक में कलेक्टर श्रीमती साहू ने प्रयास आवासीय विद्यालय में विद्यार्थियों को प्रतियोगी परिक्षाओं जैसे पीईटी, पीएमटी की तैयारी विशेष रूप से करवाने के निर्देश दिए।