मुआवजा नहीं मिलने पर पुरैना के ग्रामीणों ने बंद कराया रेल कारीडोर का काम
कोरबा 20 फरवरी। अधिग्रहित जमीन व पेड़ों का मुआवजा नही मिलने पर ग्राम पुरैना के ग्रामीणों ने गेवरारोड -पेंड्रारोड रेल कारीडोर का निर्माण कार्य बंद करा दिया। किसानों ने कहा कि जब तक मुआवजा नही मिला, तब तक काम शुरू नहीं करने दिया जाएगा।
ग्राम पुरैना के समीप से गेवरारोड़. पेंड्रारोड़ रेल कारीडोर का निर्माण कार्य किया जा रहा है। जमीन अधिग्रहण के बाद निर्माण एजेंसी ने काम शुरू कर दिया, पर ग्रामीणों को मुआवजा नहीं मिला। शनिवार को छत्तीसगढ़ किसान सभा की अगुवाई में पुरैना के पास ग्रामीणों ने गेवरा-पेंड्रा रोड रेल कारिडोर निर्माण का काम रूकवा दिया। किसानों का आरोप है कि उनकी अधिग्रहित जमीन और पेड़ों का मुआवजा के लिए कार्यालय का चक्कर काट रहे हैं। ग्रामीणों के विरोध और आक्रोश को देखते हुए निर्माण कार्य में लगे कर्मचारी अपनी गाड़ी लेकर वहां से चले गए। बिना मुआवजा अधिग्रहित भूमि पर प्रशासन द्वारा पेड़ों की कटाई की खबर मिलते ही किसान सभा के नेता जवाहर सिंह कंवर और प्रशांत झा के साथ पुरैना ढुरेना गांव के कई किसान स्थल पर पहुंच गए और पेड़ों की कटाई और रेल कारिडोर के काम का विरोध करने लगे।
ग्रामीणों का कहना था कि वन विभाग के आदेश के बिना और मुआवजा का भुगतान किए बिना पेड़ों की कटाई नहीं की जा सकती है। किसानों ने घटना स्थल और कर्मचारियों को घेर लिया तथा अपनी जमीन पर लाल झंडे गाड़कर धरना दे दिया। किसान सभा के जिला सचिव प्रशांत झा ने आरोप लगाया है कि मुआवजा के लिए किसानों ने कई बार जिला प्रशासन का ध्यान आकर्षित किया है, लेकिन अभी तक समस्या का निराकरण नहीं किया गया है। जब तक समस्या का निराकरण नहीं होगा, तब तक रेल कारिडोर का निर्माण नहीं होगा। इस दौरान शिवरतन सिंह कंवर, मोहपाल सिंह, कवल सिंह कंवर, समान सिंह कंवर, निरतु सिंह, दादू सिंह, पुरषोत्तम कंवर, रघुए संजय, रामगोपाल, नेपाल, अजित, हरि ओमसिंह, सोहनलाल, हेमंत आदि के नेतृत्व में बड़ी संख्या में ग्रामीण उपस्थित रहे।