अभाविप कोरबा ने तमिलनाडु सरकार का पुतला फूंक कर जताया विरोध
कोरबा 25 फरवरी। कुछ दिनों पूर्व तमिलनाडु में 17 वर्षीय लावण्या नामक छात्रा को धर्म परिवर्तन के लिए प्रताड़ित किया गया था। प्रताड़ना के कारणों से लावण्या ने आत्महत्या कर ली थी और तमिलनाडु की डीएमके सरकार ने लीपापोती कर उस मुद्दे को दबाने का प्रयास किया था जिसको उठाते हुए अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद की राष्ट्रीय महामंत्री सुश्री निधि त्रिपाठी एवं अभाविप के कार्यकर्ताओं ने सीएम हाउस का घेराव किया था जिसमें विपरीत कार्यवाही करते हुए तमिलनाडु सरकार ने अभाविप के कार्यकर्ताओं को 14 दिनों की न्यायिक हिरासत में भेज दिया था जिससे आक्रोशित होकर पूरे भारत भर के कार्यकर्ताओं ने अलग-अलग स्थानों पर अलग.अलग माध्यमों से विरोध प्रदर्शन किया।
इसी के तहत अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद कोरबा के कार्यकर्ताओं ने भी कोरबा नगर स्थित सुभाष चौक निहारिका में जोरदार नारेबाजी किया और पुतला दहन करते हुए तमिलनाडु सरकार का पुतला फूंक कर अपना कड़ा विरोध जताया। परिषद के कार्यकर्ता मोंटी पटेल ने कड़े शब्दों में कहा कि लावण्या इस देश की पहली घटना नहीं है और इस देश की आख़री घटना भी नहीं है। इसी ज़िले व प्रदेश और पूरे देश के स्कूलो के अंदर में हम देखें तो कोई हाथ में डोरी पहन कर आता है कोई माथे पर तिलक लगा कर आता है तो कहते है इस स्कूल के अंदर पाबंदी है लेकिन हम देखते है उसी स्कूल के अंदर बाइबल का चेप्टर पढ़ाया जाता है उसी स्कूल के अंदर गरीब बच्चों के ग़रीबी का फ़ायदा उठा कर उनको धर्मांतरण करवाने का काम किया जाता है। शिक्षा के मंदिर के अंदर धर्मांतरण का खेल अब आगे नहीं चलेगा इसके लिए विधार्थी परिषद पूरे समाज को आगे लाते हुए पूरे देश भर में आंदोलन कर रही है और आगे भी संघर्ष जारी रहेगी।