September 19, 2024

विधानसभा के मॉनसून सत्र की तैयारी पूरी..होगा सोशल डिस्टेंसिंग का पालन

➡️ तीन की जगह कुर्सी पर बैठेंगे दो ही विधायक, बीच मे होगा ग्लास पार्टीशन

➡️ जिनसे जुड़े होंगे सवाल, वही विधायक बैठेंगे सदन में। पीएसओ व अन्य सहयोगी रहेंगे बाहर।

रायपुर 03 अगस्त। विधानसभा के मानसून सत्र में कोरोना संक्रमण के मद्देनजर दो विधायकों के बीच कांच का फ्रेम रखा जाएगा। तीन या ज्यादा विधायक जिस लाइन में बैठते हैं, उसमें सिर्फ दो ही बैठेंगे। विधायक अपने वाहन से सिर्फ ड्राइवर के साथ परिसर में प्रवेश करेंगे, जबकि पीएसओ व अन्य सहयोगी बाहर रुक जाएंगे। इसी तरह अधिकारी दीर्घा में भी वरिष्ठ अधिकारी ही फिजिकल डिस्टेंसिंग के साथ बैठेंगे। मातहत अधिकारी बाहर ही रोके जाएंगे। इस बार दर्शक दीर्घा नहीं होगी। कोरोना संक्रमण के बीच 25 अगस्त से शुरू होने वाले मानसून सत्र में सदन का नजारा बदला नजर आएगा। सदन के भीतर सब कुछ सामान्य नहीं होगा, बल्कि दो सदस्यों के बीच कांच का फ्रेम लगा होगा। जिस सोफे पर तीन या चार विधायक बैठते हैं, उसमें दो ही बैठेंगे। इसके लिए जिन विधायकों से जुड़े सवाल होंगे और जिन लोगों ने उससे जुड़े सवाल में हिस्सा लेने के लिए सचिवालय में सूचना दी है, वे ही सदन में बैठेंगे। दरअसल, छत्तीसगढ़ समेत राजधानी में कोरोना के मामले लगातार बढ़ रहे हैं, लेकिन मानसून सत्र 26 सितंबर के पहले बुलाना अनिवार्य है। विधानसभा स्पीकर डॉ. चरणदास महंत की सरकार से हुई बातचीत के बाद अगस्त के आखिरी सप्ताह में चार दिन का सत्र बुलाया जा रहा है। कोरोना संक्रमण के लगातार बढ़ते खतरे को देखते हुए विधानसभा प्रशासन और सरकार कोई भी ढील नहीं बरतना चाह रही है। विधानसभा की ओर से सभी विधायकों और मंत्रियों को सत्र के दौरान बरती जाने वाली सावधानियों की सूचना भेजी जा रही है। यह भी कहा गया है कि ऐहतियात बरतते हुए ही अपने सभी जरूरी काम निपटाएं। स्पीकर डॉ. चरणदास महंत ने सत्र की तैयारियों के लिए रविवार को विधानसभा परिसर और सदन का निरीक्षण किया। उन्होंने कहा कि सदन के भीतर व विधानसभा परिसर में सोशल डिस्टेंसिंग और केंद्र व राज्य सरकार द्वारा कोरोना के निर्धारित प्रोटोकाल का पूर्णत: पालन करने के निर्देश दिए हैं। इसी आधार पर सचिवालय सभी जरूरी व्यवस्थाएं करेगा। सत्र के दौरान सदन व परिसर को रोज सेनिटाइज किया जाएगा। इस दौरान उनके साथ विधानसभा के प्रमुख सचिव चंद्रशेखर गंगराड़े व अन्य वरिष्ठ अधिकारी भी मौजूद थे।
आम लोगों के प्रवेश पर रोक :मानसून सत्र के दौरान विधानसभा में आम लोगों का प्रवेश पूरी तरह प्रतिबंधित रहेगा। सामान्यत: सत्र के दौरान राज्य के अलग-अलग हिस्सों से बड़ी संख्या में लोग सदन की कार्यवाही देखने आते हैं। इनमें विधायकों के समर्थक भी शामिल रहते हैं। कोरोना वायरस के खतरे को देखते हुए इस बार आम लोगों को पास जारी नहीं किया जाएगा। मीडिया के प्रवेश पर अभी फैसला नहीं : सदन की कार्यवाही के कवरेज के लिए मीडिया को प्रवेश दिए जाने पर अभी कोई निर्णय नहीं हो पाया है। हालांकि मीडिया को भी पास जारी नहीं किए जाने पर विचार किया जा रहा है। इस पर सोमवार या मंगलवार को अंतिम फैसला हो सकता है।
सत्र के दौरान सदन और विधानसभा परिसर में अफसरों, मंत्री व जनप्रतिनिधियों के स्टॉफ की संख्या भी सीमित रखने का फैसला हो सकता है। विधानसभा सचिवालय उन सभी उपायों पर विचार कर रहा है जिससे भीड़ कम की जा सके। पिछले महीने एक विधायक के कोरोना पॉजिटिव आने की वजह से विधानसभा परिसर को पांच दिन के लिए बंद करना प?ा था। विधायक जिस दिन सदन की समिति की बैठक में शामिल हुए उसी दिन उनकी रिपोर्ट पॉजिटिव आ गई थी। यही वजह है कि विधानसभा सचिवालय इस बार पूरी सावधानी बरत रहा है।

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