July 7, 2024

ट्रैफिक पुलिस कर्मियों द्वारा ₹8000 का भयादोहन.. शिकायत होने पर दोगुनी रकम देकर करना चाह रहे समझौता

कोरबा 15 अप्रैल। पारिवारिक समारोह में सम्मिलित होने जा रहे बालको निवासी दो व्यक्तियों से ट्रैफिक पुलिस कर्मियों द्वारा झूठे केस में फंसाने की धमकी देते हुए ₹8000 का भयादोहन कर लिया गया। पीड़ित द्वारा जब इसकी शिकायत पुलिस अधीक्षक कार्यालय में की गई तो आरोपी ट्रैफिक पुलिस कर्मियों के द्वारा वसूली की गई रकम से दुगने पैसे लेकर शिकायत वापस लेने का दबाव पीड़ित पर बनाया जा रहा है।

प्राप्त जानकारी अनुसार दिनांक 8 अप्रैल को बालको नगर भद्रापारा निवासी आकाश दिव्या पिता स्वर्गीय कलेश्वर दिव्या अपने बड़े भाई किशन कुमार के साथ भतीजे की सगाई में सम्मिलित होने मुलमुला गांव जा रहे थे। रास्ते में ग्राम तरदा के करीब ड्यूटी पर तैनात ट्रैफिक पुलिस कर्मी यू.एस. महिलांगे, गोपाल प्रसाद साहू व अन्य के द्वारा उन्हें रोका गया और गाड़ी के कागजात तथा लाइसेंस दिखाने कहा गया। शिकायतकर्ता के द्वारा गाड़ी के समस्त दस्तावेज व ड्राइविंग लाइसेंस ट्रैफिक पुलिस कर्मियों को दिखाए गए परंतु इसके बाद भी ट्रैफिक कर्मियों द्वारा उन्हें आगे जाने नहीं दिया गया तथा उनसे पैसे की मांग करने लगे। सारे दस्तावेज सही होने के बावजूद पैसे मांगने का कारण पूछने पर आरोपी ट्रैफिक कर्मियों द्वारा शिकायतकर्ता व उसके भाई को शराब के नशे में गाड़ी चलाने के झूठे प्रकरण में फंसाने की धमकी दी गई तथा शिकायतकर्ता से ₹8000 की मांग की गई। शिकायतकर्ता द्वारा पैसे नहीं होने की बात कहने पर ट्रैफिक कर्मियों द्वारा फोन पे के माध्यम से पैसे ट्रांसफर करने के लिए कहा गया जिस पर भयभीत शिकायतकर्ता के बड़े भाई किशन द्वारा फोन पे से आरोपी ट्रैफिक कर्मियों के खाते में ₹8000 की रकम ट्रांसफर की गई, तत्पश्चात उन्हें आगे जाने दिया गया।

जाते जाते पीड़ित आकाश दिव्या के द्वारा इस घटना की शिकायत करने की चेतावनी ट्रैफिक कर्मियों को दी गई थी। घटना के कुछ दिनों बाद आरोपी ट्रैफिक कर्मियों द्वारा पीड़ित के घर पहुंच कर उसे दुगने पैसों का लालच देते हुए बात को रफा-दफा करने कहा गया परंतु पीड़ित द्वारा ऐसा करने से साफ इंकार कर दिया गया। पीड़ित व शिकायतकर्ता आकाश दिव्या का कहना है कि उसके पास आरोपियों के खिलाफ सारे साक्ष्य मौजूद है तथा वह इस मामले में किसी प्रकार का समझौता नहीं अपितु आरोपी ट्रैफिक पुलिस कर्मियों पर कठोर कार्यवाही चाहते हैं।

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