संप्रेक्षण गृह से भागकर आए हत्या के आरोपी को किया पुलिस के हवाले
कोरबा 22 मई। कुआ भट्ठा क्षेत्र में 21 अप्रैल से लापता एक 4 वर्षीय बच्चे की ईंट से कुचलकर हत्या करने के मामले में गिरफ्तार इसी इलाके का 11 वर्षीय अपचारी संप्रेक्षण गृह से भाग निकला। रिकांडो चौक के पास नजर पडऩे पर बस्ती के लोगों ने इसकी तबीयत से धुनाई की। इस बीच कुछ लोगों ने दखल देते हुए हत्या करने वाले आरोपी को मानिकपुर चौकी के हवाले किया। वहां भी जमकर प्रदर्शन हुआ।
रोजी-मजदूरी करने वाले अनुसूचित जाति परिवार के 4 वर्षीय अंशु दास सारथी का शव इसी इलाके में अगले दिन यानि 22 अप्रैल को मिला था। एक दिन पहले बच्चे के लापता होने के बाद से परिजन उसकी तलाश कर रहे थे। कुछ लोगों ने एक स्थान पर शव देखा। जिसके बाद उसकी पहचान अंशु के रूप में हुई। मानिकपुर पुलिस द्वारा डॉग स्क्वायड की मदद से कुआंभठ्ठा निवासी रिकार्ड बदमाश का 11 वर्षीय पुत्र इस मामले में पुलिस के हत्थे चढ़ा। उसने साफ तौर पर पुलिस को बताया था कि बदला लेने की नीयत से ही इस घटना को अंजाम दिया गया था। 302 में उसे गिरफ्तार करने के साथ स्थानीय संप्रेक्षण गृह भेज दिया गया था। उसके इरादे कितने खतरनाक थे इसका अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि वह सुरक्षा घेरा तोड़कर वहां से भाग निकला। आज सुबह उसे महाराणा प्रताप प्रतिमा के आगे लोगों ने देखा तो हरकत में आए और मौके पर खबर ली। हालांकि दूसरे लोगों ने अगले परिणाम को भांपकर हत्या करने वाले को ऑटो के जरिए मानिकपुर चौकी भेजने की व्यवस्था की। बस्ती के लोग वहां भी पहुंच गए और पूरे घटनाक्रम को लेकर नाराजगी जताई।
लोगों ने यहां पुलिस को बताया कि बालक की हत्या करने वाले के द्वारा उस दौरान कहा गया था कि वह एक-दो लोगों को आगे और निपटाएगा। इसलिए बस्ती के लोगों ने आरोपी के परिवार को यहां से बेदखल करने की मांग करते हुए घटना दिवस को चक्काजाम भी किया था। एक बार फिर यह मांग दोहराई गई। लोगों का कहना है कि इस प्रकार के लोग कम्युनिटी के लिए बड़ा खतरा हैं, और पुलिस को इस पर ध्यान देना चाहिए।