प्रेमिका को कोरबा छोड़ घर लौटे युवक ने फांसी लगाकर की खुदकुशी
कोरबा 5 अगस्त। कोरबा में विगत 15 दिन से रहने के बाद अपनी प्रेमिका को छोड़कर अपने घर लौटने के बाद खाना खाने के बजाय कमरे में फांसी के फंदे को गले में डालकर युवक लटक गया। सूचना पर पुलिस ने मर्ग कायम कर शव को पंचनामा कार्यवाही के बाद उसे कोरकोमा पीएचसी के चीरघर भिजवा दिया।
जानकारी के अनुसार बालको नगर थाने की रजगामार चौकी क्षेत्रांतर्गत वन्य ग्राम कोरकोमा निवासी युवक लक्ष्मी प्रसाद सारथी उम्र 25 पिता सुकसाय सारथी कोरबा में रहकर रोजी-मजदूरी करते हुए अपना गुजारा कर रहा था। बीच-बीच में वह अपने घर गृहग्राम कोरकोमा आया जाया करता था। वीगत 15 दिनों से वो कोरबा में रह रहा था। यहां उसकी एक युवती के साथ प्रेम संबंध भी था, जिसको साथ लेकर लिव इन रिलेशनशीप में रह रहा था। किन्हीं बात को लेकर यहां कुछ मनभेद होने पर अपने गांव कोरकोमा कल गया था। यहां घर वालों ने उसे शाम 04 बजे के लगभग घर लौटने पर खाना भी खाने के लिए उसके सामने परोस रखा था। बताया जाता हैकि युवक खाना लेकर अपने कमरे में चला गया लेकिन खाने को छुआ तक नहीं। इसी दौरान कमरे में लगे म्यार में गमछे से फांसी का फंदा बनाकर लटक गया।काफी देर तक वह अपने कमरे से नहीं निकला तो परिवार के सदस्यों को विशेषकर उसके बड़े भाई दिल प्रसाद सारथी उर्फ दिलाश उम्र 32 को शंका हुई तो खिड़की की ओर से झांक कर देखा तो कमरे के अंदर का दृश्य देखकर वह विचलित हो गया। इसकी जानकारी उसने अपने माता-पिता को दी। इसके अलावा उसने रजगामार चौकी पहुंचकर इस घटना की सूचना दिया। रजगामार चौकी पुलिस ने सूचक दिलाश सारथी द्वारा सूचना दिए जाने पर शून्य पर मर्ग कायम कर घटना स्थल पहुंचकर मृतक के शव को पंचनामा कार्यवाही के बाद उसे फंदे से उतरवाकर आज सुबह पीएम के लिए कोरकोमा पीएचसी के चीरघर भिजवा दिया। रजगामार चौकी पुलिस इस घटना के विभिन्न पहलुओं को ध्यान में रखते हुए मृतक के परिजनों का बयान दर्ज करने की कार्रवाई भी शुरू कर दी है।