December 23, 2024

केंदई रेंज में 15 किसानों की मेहनत पर पानी फेरा गजदल ने

कोरबा 7 अगस्त। जिले के कटघोरा वन मंडल के पसान व केंदई रेंज में गजदल का उत्पात जारी है। जहां जटगा क्षेत्र से पहुंचे 23 हाथियों के दल ने बीती रात अमलीकुण्डा गांव में दो ग्रामीणों के मकान ढहा दिये वहीं चार किसानों की खेत में लहलहाती फसल रौंदी। केंदई रेंज में भी हाथियों ने उत्पात मचाते हुए वहां के लालपुर गांव में 11 किसानों के फसल को मटियामेट कर दिया है। हाथियों के उत्पात से ग्रामीण काफी दहशत में है।

ग्रामीणों ने एक बार फिर वन विभाग तथा प्रशासन से सूरक्षा की गुहार लगाई है। ग्रामीणों का कहना है कि हाथियों ने उनका जीना दुश्वार कर दिया है। क्षेत्र में सक्रिय हाथी प्रतिदिन गांव में पहुंचकर कभी घर तोड़ दे रहे है तो कभी फसलों को रौंद कर बर्बाद कर रहे है। उत्पाती हाथियों पर अंकूश जरूरी है नहीं तो उन्हें दहशत के साये में जीना पड़ेगा। जानकारी के अनुसार 23 हाथियों का दल पिछले 4 दिनों जटगा परिक्षेत्र में घुम रहा था। यह दल बीती रात जटगा से आगे बढ़कर पसान की सीमा में प्रवेश किया और अमलीकुण्डा नामक गांव में पहुंचकर भारी उत्पात मचाया। इस दौरान हाथियों ने दो घरों को निशाना बनाते हुए उसे बूरी तरह क्षतिग्रस्त कर दिया। इतना ही नहीं हाथियों ने घरेलू सामानों को भी तहस.नहस कर दिया। हाथियों के रात में अमलीकुण्डपा पहुंचने तथा उत्पात मचाये जाने की सूचना मिलने पर वन विभाग के अधिकारी व कर्मचारी तत्काल गांव पहुंचे और उत्पात मचा रहे गजदल को खदेडऩे की कार्रवाही की। खदेड़े जाने पर हाथियों ने जंगल का रूख किया और आगे बढ़कर पसान व जटगा की सीमा पर पहुंच गये। आज हाथियों को यहां पर विचार करते हुए देखा गया। सुबह होने पर वन अमले ने फिर अमलीकुण्डा पहुंचकर रात में हाथियों द्वारा किये गये नुकसानी का आंगकलन किया। उधर केंदई रेंज में भी बीती रात हाथियों ने उत्पात मचाया है। यहां 15 की संख्या मौजूद हाथियों ने आधीरात को लालपुर पहुुंचकर उत्पात मचाते हुए 11 किसानो की फसल रौंद दी। जिससे किसानों को भारी आर्थिक नुकसान उठाना पड़ा है। केंदई रेंजर अभिषेक दुबे ने बताया कि हाथियों द्वारा लाल पुर में किये गये फसल नुकसानी का आंकलन किया जा रहा है। प्रारंभिक तौर पर हजारों रूपये के नुकसान का अनुमान लगाया गया है। सर्वे के बाद ही वास्तविक नुकसानी का पता लग सकेगा। वन अमला हाथियों की निगरानी करने के साथ ही मुनादी के कामों भी जुट गया है।

Spread the word