November 7, 2024

मंहगाई और बेरोजगारी के विरोध में कांग्रेसियों ने किया हल्ला-बोल कार्यक्रम

कोरबा 22 अगस्त। अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के आव्हान पर तथा प्रदेश कांग्रेस कमेटी से निर्देश पर जिला कांग्रेस एवं कोरबा ब्लॉक कांग्रेस के संयुक्त नेतृत्व में रविवार को मुड़ापार बाजार और इतवारी बाजार में बेलगाम मंहगाई और बेरोजगारी के विरोध हल्ला-बोल कार्यक्रम आयोजित किया गया।

इस मौके पर महापौर राजकिशोर प्रसाद ने देश में बढ़ती मंहगाई और बेरोजगारी को केन्द्र की मोदी सरकार के गलत नीतियों को मुख्य कारण बताते हुए कहा कि पेट्रोल, डीजल, सीएनजी एवं रसोई गैस से लेकर दाले, कुकिंग आयल, आटा, चॉवल जैसी जरूरी चीजों की कीमते आसमान छू रही है। उन्होंने कहा कि मोदी सरकार द्वारा आटा, चॉवल, दही, पनीर, शहद जैसी रोजमर्रा की आवश्यक वस्तुओं पर जीएसटी लगाने से मंहगाई और बढ़ी है। इतना ही नही बच्चों के पेंसिल शार्पनर लेकर हॉस्पिटल बेड और शमशान घाट के निर्माण पर भी जीएसटी लगा दी है। सभापति श्यामसुंदर सोनी ने बताया कि मोदी सरकार के 8 वर्षो में एलपीजी सिलेंडर में 156 प्रतिशत, पेट्रोल में 40 प्रतिशत, डीजल मे 75 प्रतिशत, सरसों तेल में 122 प्रतिशत, आटा में 81 प्रतिशत और दूध में 71 प्रतिशत की वृद्धि हुई है। कई ऐसे खाद्य सामग्री है जिनके दाम दोगुने से भी अधिक हो गए है। जिला कांग्रेस अध्यक्ष सुरेन्द्र प्रताप जायसवाल ने इस दौरान व्यापारियों से कहा कि मोदी सरकार मंहगाई को नियंत्रित नही कर पा रही है। उपर से टैक्स और जीएसटी का बोझ दाल कर पहले से परेशान जनता को और परेशान करने में लगी है। सब्जियों की कीमतों में 35 प्रतिशत तक की वृद्धि हो गई है वही नमक 41 प्रतिशत मंहगा हो गया है।

कोरबा ब्लॉक अध्यक्ष संतोष राठौर ने कहा कि आज लोग बेरोजगारी और मंहगाई की दोहरी मार झेलने को मजबूर है। रोजगार न मिलने से युवा वर्ग हताश है वही दुसरी तरफ महिलांए बढ़ती मंहगाई से निराश है लेकिन सरकार के कान में जू नही रेंग रही। केन्द्र की मोदी सरकार एयरपोर्ट और बड़े-बड़े सरकारी कारखानो को कौडिय़ो के मुल्य पर बेचने का काम कर रही है। इस अवसर पर मुकेश राठौर, विजय यादव, सीताराम चौहान, यशवंत चौहान, राजेश यादव, बृजभूषण प्रसाद, अमित सिंह, सूरज गुप्ता, बंटी शर्मा, अंजन बाई, संजीदा बेगम, असिल बाई, मोंगरा बाई, राकेश देवांगन, लक्ष्मण लहरे सहित कांग्रेस के पदाधिकारीगण एवं कार्यकर्ता मुख्य रूप से उपस्थित थे।

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