November 7, 2024

हरतालिका तीज आज: निर्जला व्रत रखकर मांगेंगी पति के दीर्घायु का वरदान

कोरबा 30 अगस्त। भाद्रपद के शुक्ल पक्ष की तृतीया तिथि हरितालिका तीज के नाम से शिव-पार्वती भक्तों में लोकप्रिय है। यह पर्व शिव-पार्वती के अखंड जुड़ाव का प्रतीक है। शास्त्रों के अनुसार हरतालिका तीज को सबसे बड़ी तीज माना गया है। सुहागिन महिलाएं इस व्रत के लिए 30 घंटे का निर्जला उपवास शुरू कर दी हैं, जिसका समापन अगले दिन बुधवार को सुबह करेंगी।

मान्यता है कि इस व्रत को रखने से अखंड सौभाग्य की प्राप्ति होती है। इस दिन सुहागिन महिलाएं निर्जला और निराहार व्रत रखकर पति की दीर्घायु के लिए करती हैं। वहीं कुंवारी कन्याएं को इस व्रत के पुण्य प्रभाव से मनचाहा वर मिलता है। तीज पर्व के साथ ही गणेश पूजा की शुरुआत होगी, जिसे देखते हुए बाजार में खरीदारी करने व्रतका शुभ मुहूर्त ज्योतिषी पं.दशरथनंदन द्विवेदी के अनुसार हरतालिका तीज व्रत 30 अगस्त को रखा जाएगा। हिंदू पंचांग के अनुसार इसकी शुरुआत 29 अगस्त को 3 बजकर 21 मिनट से शुरू होकर अगले दिन 30 तारीख को 3 बजकर 34 मिनट पर समाप्त होगी। सुबह की पूजा पूजा 30 अगस्त को 9 बजकर 33 मिनट से 11 बजकर 5 मिनट तक की जा सकती है। शाम की पूजा के लिए 3 बजकर 49 मिनट से लेकर 7 बजकर 23 मिनट तक का समय उत्तम रहेगा। इसके अलावा आप चाहें तो प्रदोष काल में 6 बजकर 34 मिनट से 8 बजकर 51 मिनट पर भी पूजा कर सकते हैं।

हरितालिका तीज में श्रीगणेश, भगवान शिव व माता पार्वती की पूजा की जाती है। सबसे पहले मिट्टी से तीनों की प्रतिमा बनाएं और भगवान गणेश को तिलक करके दूर्वा अर्पित करें। भगवान शिव को फूल, बेलपत्र व शमीपत्री अर्पित करें और माता पार्वती को शृंगार का सामान अर्पित करें। तीनों देवताओं को वस्त्र अर्पित करने के बाद हरितालिका तीज व्रत कथा सुनें या पढ़ें। इसके बाद श्रीगणेश की आरती करें और भगवान शिव व माता पार्वती की आरती उतारने के बाद भोग लगाएं।

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