July 4, 2024

लापता ग्रामीण रायपुर से गुम इंसान खोज अभियान में लाया गया


कोरबा 4 सितम्बर। जिले के बांगो थाना क्षेत्र के माचाडोली से तीन माह पूर्व लापता ग्रामीण को पुलिस के निजात कार्यक्रम के तहत मुरझाए चेहरे पर मुस्कान लाने के तारतम्य में कोरबा पुलिस ने उसे रायपुर से दस्तेयाब कर यहां लाने के उपरांत बयान पंजीबद्ध करने के बाद उसके परिवार को सकुशल सुपुर्द कर दिया।

जानकारी के अनुसार बांगो थाना क्षेत्र अंतर्गत पोड़ी उपरोड़ा निवासी करीमन दास उम्र 57 पिता स्व. घासीदास विगत कुछ वर्षों से अपने परिवार के साथ बांगो थाना क्षेत्र के माचाडोली में निवास कर रहा था। वहां रहकर रोजी-मजदूरी करते हुए अपने परिवार के भरण-पोषण में अपनी भूमिका निर्वहन कर रहा था। कोरोना बीमारी के समय जब उसे माचाडोली एवं आसपास के इलाके में कोई काम धंधा नहीं मिल रहा था तो अपने परिवार वालों को बिना कुछ बताए अचानक विगत 26 मई को घर से निकल गया। जिसके बाद वह वापस घर नहीं लौटा। दूसरे दिन उसकी खोजबीन किये जाने के बाद भी उसके संबंध में कोई जानकारी हासिल नहीं हुई तो उसकी पत्नी ने 27 मई को बांगो थाना पहुंचकर गुम इंसान क्रमांक 22/22 के तहत गुम इंसान दर्ज करवा दिया। बताया जाता है कि इस बीच करीमन दास की पत्नी लक्ष्मीन बाई उम्र 52 वर्ष तथा उसके बच्चे उसकी खोजबीन अपने स्तर पर करते रहे। वहीं बांगो पुलिस ने अपने स्तर पर उसके संबंध में जानकारी एकत्र करने में जुटी हुई थी। लेकिन किसी भी तरह की उसके संबंध में जानकारी पुलिस को इसलिए नहीं मिल पा रही थी कि लापता करीमन दास मोबाइल का कहीं से किसी तरह का उपयोग नहीं कर रहा था। इस दौरान करीमन दास अंबिकापुर, सूरजपुर में भी काम धंधा तलाशता रहा। लेकिन वहां भी कोई काम नहीं मिला तो सीधे राजधानी रायपुर जाकर वह वहां काम तलाशने लगा। रायपुर में वह एक होटल वाले के यहां काम करने के लिए गया तो उसने उसका आईडी एवं आधार कार्ड पहचान के लिए देने को कहा तो वो उक्त दस्तावेज पास नहीं होने की जानकारी उसे दी जिसके बाद रायपुर पुलिस को होटल वाले ने उसके संबंध में सूचना दे दी। रायपुर पुलिस ने लापता करीमन दास के वहां होने की जानकारी मिली तो बांगो पुलिस को इसकी जानकारी दे दी। जिसके बाद बांगो थाने के प्रभारी आशीष सिंह ने प्रधान आरक्षक जोगेंद्र खूंटे को रायपुर रवाना किया। बांगो पुलिस ने करीमन दास को रायपुर से बांगो कोरबा लाकर उसका बयान पंजीबद्ध करने के बाद उसकी पत्नी के सुपुर्द कर दिया।

Spread the word