गोकुलगंज सीतामणी में फिर चला तलवार, आरोपियों पर बलवा का जुर्म दर्ज
कोरबा 07 नवम्बर। सिटी कोतवाली क्षेत्रांतर्गत गोकुलगंज सीतामणी में एक बार फिर तलवार चल गई। कई लोगों ने मिलकर बलवा की घटना को अंजाम दिया और तलवार व रॉड से हमला कर कुछ लोगों को चोटिल व जख्मी किया है। पुलिस ने बलवा सहित विभिन्न धाराओं के तहत जुर्म दर्ज कर लिया है।
घटनाक्रम देवउठनी एकादशी 4 नवम्बर की रात लगभग 9.30 बजे का है। गोकुलगंज सीतामणी निवासी हिमांशु शर्मा पिता ललित शर्मा 22 वर्ष और उसके परिजन द्वारा घर के सामने पटाखे फोड़े जा रहे थे। एक पटाखा छिटक कर गणेश यादव के घर के सामने फूट गया। इससे नाराज होकर गणेश यादव उर्फ लतेल, नितेश यादव उर्फ मंझला, ईशु यादव उर्फ छोटू, साहिल यादव, सुमित यादव, रिंकु यादव के द्वारा तलवार, रॉड और डंडा से लैस होकर बलवा किया गया। इस मारपीट और जानलेवा हमले में हिमांशु शर्मा, अंकुश, भावेश, भवांशु, ललित शर्मा व अन्य को चोट आई है। हिमांशु को तलवार से पैर और रॉड से मारने पर सिर में चोट आई है, अंकुश शर्मा को धारदार हथियार से मारकर सिर फोड़ दिया गया एवं सीने के बगल में भी चोट आई है। आरोपियों के द्वारा जान से मारकर फेंक देने की धमकी भी दी गई है। हिमांशु शर्मा का किराएदार धनंजय यादव भी बीच बचाव में चोटिल हुआ है। कोतवाली टीआई रूपक शर्मा ने बताया कि हिमांशु शर्मा की रिपोर्ट पर उपरोक्त आरोपियों के विरुद्ध धारा 147, 294, 323, 506 भादवि के तहत जुर्म दर्ज किया है। पीडि़तों की चिकित्सा परीक्षण रिपोर्ट मिलने के बाद और धाराएं बढ़ सकती हैं।
कोतवाली क्षेत्र का गोकुलगंज एक तरह से संवेदनशील इलाका बन गया है। इससे लगा हुआ मोतीसागर पारा का इलाका है जो नशा का उपयोग और बिक्री के मामले में संवेदनशील कहा जाता है। गोकुलगंज में इससे पहले इसी साल 25 अगस्त की रात लगभग 50 की संख्या में पहुंचे नाबालिग और युवकों ने दहशतगर्दी मचाते हुए पुरानी रंजिश पर दुर्गा मंदिर के पास रहने वाले कृष्णा यादव उर्फ कुणाल 26 वर्ष की हत्या बीच सड़क पर कर दी थी। नशे में धुत्त युवकों द्वारा लाठी, डंडा, तलवार, कुल्हाड़ी जैसे हथियारों का उपयोग मारपीट और मृतक के घर में तोडफ़ोड़ के लिए किया गया था। पुलिस ने इस मामले में कुछ आरोपियों को गिरफ्तार कर जेल दाखिल कराया। उस घटना को लोग अभी भी भूल नहीं पाए हैं कि एकादशी की रात महज पटाखा फूटने की बात पर जिस तरह से बलवा को अंजाम दिया गया और तलवार भी चलाया गया, वह चिंतनीय विषय बन गया है। अवैध रूप से हथियार, धारदार हथियार रखे जा रहे हैं, जिनका उपयोग आवेशपूर्वक होने वाली घटनाओं में किया जा रहा है।