July 4, 2024

पदोन्नत सभी प्राथमिक प्रधानपाठकों को मिले पदोन्नत पद का वेतन

0 शिक्षक वेलफेयर एसोसिएशन के पदाधिकारियों ने संयुक्त कलेक्टर एवं डीईओ से मिलकर रखी मांग
कोरबा। छत्तीसगढ़ शिक्षक वेलफेयर एसोसिएशन के पदाधिकारियों ने गुरुवार को प्रांताध्यक्ष डॉ. गिरीश केशकर के नेतृत्व में सहायक शिक्षक से प्रधानपाठक प्राथमिक शाला के पद पर पदोन्नत सभी प्रधान पाठकों को पदोन्नति तिथि 14 अक्टूबर से सैद्धान्तिक कार्यभार ग्रहण मानते हुए पदोन्नत पद का वेतन दिए जाने संयुक्त कलेक्टर शिव कुमार बनर्जी एवं जिला शिक्षा अधिकारी जी.पी. भारद्वाज से मुलाकात कर पूरे तर्कों एवं न्याय सिद्धांतों के तहत मांग रखी।
ज्ञात हो कि 14 अक्टूबर 2022 को जिले के 1145 सहायक शिक्षकों को प्रधानपाठक प्राथमिक शाला के पद पर पदोन्नत किया गया था। पदस्थापना में अनियमितता को देखते हुए कलेक्टर ने 19 अक्टूबर को पदोन्नति आदेश को निरस्त कर काउंसलिंग के माध्यम से पदस्थापना देने एक काउंसलिंग समिति का गठन किया था। इसी बीच अनेक शिक्षकों ने हाई कोर्ट में याचिका दायर की एवं उनको अंतिम सुनवाई तक स्थगन प्रदान किया। ऐसे में केवल न्यायालय से स्थगन लाने वाले प्रधानपाठकों का पदोन्नत पद का वेतन देने डीईओ ने सभी विकासखंड शिक्षा अधिकारियों को पत्र के माध्यम से निर्देश दिया।
इस संबंध में एसोसिएशन के प्रांताध्यक्ष डॉ. केशकर ने बताया कि चूंकि अनियमितता पदस्थापना में थी पदोन्नति में नहीं। 14 अक्टूबर से उनकी पदोन्नति हो चुकी है और जब न्यायालय से स्थगन प्राप्त प्रधानपाठकों को पदोन्नत पद का वेतन दिया जा सकता है तो न्यायालय नहीं जाने वाले प्रधानपाठकों को वेतन नहीं दिया जाना उनके साथ अन्याय होगा। इस बात को संयुक्त कलेक्टर शिव कुमार बनर्जी एवं डीईओ के समक्ष रखते हुए सभी 1145 प्रधानपाठकों को पदोन्नत पद का वेतन देने मांग किया गया, जिसे दोनों अधिकारियों ने स्वीकार किया है और बहुत जल्द इस संबंध में आदेश जारी करने का भरोसा पदाधिकारियों को दिया है। प्रतिनिधिमंडल में एसोसिएशन के प्रांताध्यक्ष डॉ. गिरीश केशकर के साथ कार्यकारी जिलाध्यक्ष सपना खोब्रागढ़े, जिला सचिव रूपनारायण पटेल, करतला ब्लॉक अध्यक्ष ललित जगत, कोरबा ब्लॉक अध्यक्ष केआर पैंकरा, संयुक्त सचिव चलेश्वरी साहू, राजमत महंत, हेमा शर्मा, नमिता कड़वे, धनमत महंत, पुष्पा कमल, प्रतिभा शर्मा, लक्ष्मी जगत, सरिता जाटवर सहित बड़ी संख्या में पदाधिकारी उपस्थित थे।

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