October 4, 2024

तुलसी साहित्य अकादमी ने मनायी लोचन प्रसाद पांडेय की जयंती

0 सर्वमंगला मंदिर परिसर में साहित्य समागम का आयोजन
कोरबा। मां सर्वमंगला मंदिर के प्रांगण में तुलसी साहित्य अकादमी बिलासपुर ने नववर्ष के अवसर पर साहित्य समागम का आयोजन किया। मां सर्वमंगला देवी का पूजन व लोचन प्रसाद पांडेय के चित्र पर माल्यार्पण के साथ कार्यक्रम का प्रारम्भ किया गया। इस अवसर पर छत्तीसगढ़ के पुरातत्व वेत्ता व साहित्य पुरोधा लोचन प्रसाद पांडेय के योगदान को याद किया गया। वहीं दुरपा की माटी पुत्र मां सर्वमंगला के पुजारी तथा कथाकार व कवि राजेंद्र कुमार पांडेय का साहित्यिक अभिनन्दन किया गया।
इस अवसर पर काव्यांजली के माध्यम से नवोदित व वरिष्ठ रचनाकार अपनी काव्य रचनाओं से लोचन प्रसाद पांडेय के प्रति कृतज्ञता भाव प्रकट किए। इस दौरान तुलसी साहित्य अकादमी की कोरबा इकाई का दिलीप अग्रवाल की अध्यक्षता में गठित करने की घोषणा संरक्षक डॉ. विनय पाठक व प्रांताध्यक्ष डॉ. राघवेंद्र दुबे ने की। कार्यक्रम में प्रमुख अभ्यागत के रूप में डॉ. विनय कुमार पाठक, अध्यक्षता डॉ. राघवेंद्र दुबे, विशिष्ट अतिथि राजेंद्र कुमार पांडेय, डॉ. अरुण कुमार यदु, मुकेश चतुर्वेदी, दिलीप अग्रवाल, मुकेश चतुर्वेदी व गेंदलाल शुक्ल उपस्थित रहे। स्वागत भाषण में डॉ. राघवेन्द्र दुबे ने तुलसी साहित्य अकादमी का उद्देश्य नव युवकों में साहित्य संस्कार देने हेतु भारत वर्ष में साहित्यिक मंच देने का प्रयास किया जाना बताया। इस अवसर पर स्थानीय रचनाकारों ने समसामयिक कवितायें प्रस्तुत कर शीत ऋतु के मौसम के अनुकूल खुशनुमा माहौल बना कर श्रोता दीर्घा को काव्य रसों से तृप्त और प्रसन्न करने में सफल रहे। सहभागी रचनाकारों में राजेंद्र कुमार पांडेय, सनत कुमार तिवारी, डॉ. अरुण कुमार यदु, डॉ. राघवेंद्र दुबे, अंजनी कुमार सुधाकर, महेंद्र दुबे, हीरामणी वैष्णव, बलराम राठोर, गीता विश्वकर्मा, जगदीश श्रीवास, अनसुइया श्रीवास, डिकेश्वर साहू, हिमांशु चतुर्वेदी, रामकली कारे, बालकृष्ण, दिलीप अग्रवाल, मुकेश चतर्वेदी, विवेक पाण्डेय रहे। प्रथम सत्र के कार्यक्रम का संचालन अंजनी कुमार सुधाकर वरिष्ठ साहित्यकार ने व आभार प्रदर्शन सनत कुमार तिवारी वरिष्ठ साहित्यकार ने किया। इस अवसर पर पत्रकार किशोर शर्मा एवं प्राध्यापिका व वरिष्ठ साहित्यकार डॉ. तारा शर्मा, नीलम तिवारी, विवेक पांडेय, मयंक पांडेय, नन्हा पांडेय विशेष रूप से उपस्थित रहे। द्वितीय सत्र काव्यांजली का संचालन जितेंद्र वर्मा ने तथा आभार प्रदर्शन मुकेश चतुर्वेदी ने किया।

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