बेटियां रखती हैं मान, लड़के नियम मानें तो सड़क पर बेवजह न जाए किसी की जान
0 सड़क सुरक्षा सप्ताह अंतर्गत हिफाजत अभियान लेकर केएन कॉलेज पहुंची जिला पुलिस की टीम
0 कोतवाली थाना प्रभारी रूपक शर्मा व उनकी टीम ने किया कॉलेज परिवार का मार्गदर्शन
कोरबा। सोमवार को कमला नेहरू महाविद्यालय में सड़क सुरक्षा सप्ताह और कोरबा जिला पुलिस के मिशन हिफाजत के तहत जागरूकता कार्यक्रम आयोजित किया गया। बतौर मुख्य अतिथि मौजूद रहे सिटी कोतवाली थाना प्रभारी रूपक शर्मा ने छात्र-छात्राओं, प्राध्यापकों व कर्मियों को जागरुक करते हुए कहा कि बेटियां हमेशा नियमों को समझती हैं और उनका मान भी रखती हैं। पर इस मामले में लड़कों की छवि अक्सर नियमों को तोड़ने वाली रही है। अगर वे भी गंभीर बन जाएं, तो सड़क पर बेवजह किसी की जान नहीं जाएगी, उस हादसे का शिकार होने वाले राहगीर का परिवार बिखरने से बच जाएगा।
कोरबा जिला पुलिस के इस कार्यक्रम में कमला नेहरू महाविद्यालय परिवार एवं राष्ट्रीय सेवा योजना इकाई के स्वयंसेवकों ने भी सहभागिता दर्ज कराई। उल्लेखनीय होगा कि सड़क पर चलने वाले प्रत्येक राहगीर सुरक्षा सुनिश्चित करने 11 से 17 जनवरी तक सड़क सुरक्षा सप्ताह मनाया जा रहा है। यही उद्देश्य लेकर पुलिस कप्तान संतोष सिंह के नेतृत्व में मिशन हिफाजत शुरू किया गया है। यही अभियान लेकर नगर कोतवाल शर्मा अपनी टीम के साथ केएन कॉलेज पहुंचे थे। उन्होंने बताया कि दुनिया में भारत सड़क दुर्घटनाओं में हुई मौतों के मामले में पहले स्थान पर है और इसी मामले में छत्तीसगढ़ पूरे देश में अव्वल है। इस कार्यक्रम में जिला पुलिस की ओर से उप निरीक्षक एवं सर्वमंगला पुलिस चौकी प्रभारी कृष्णा साहू, सिटी कोतवाली के सहायक उप निरीक्षक टंकेश्वर यादव, प्रधान आरक्षक कोतवाली थाना लक्ष्मीकांत खरसन, महिला प्रधान आरक्षक विक्टोरिया रक्सैल, महिला आरक्षक रेहाना फातिमा, आरक्षक सुरेश ध्रुव ने भी मौजूदगी दर्ज कराते हुए अभियान को सफल बनाने महत्वपूर्ण सहयोग प्रदान किया। नगर कोतवाल ने रूपक शर्मा ने बताया कि बीते वर्ष कोरबा जिले में केवल सड़क दुर्घटना में होने वाली मौतों की संख्या कहीं ज्यादा है। अगर सड़क-यातायात के नियमों का पालन हर कोई करे, तो इन आंकड़ों पर नियंत्रण पाना सरल हो जाएगा। जिले के प्रत्येक नागरिक की सुरक्षा का जिम्मा पुलिस का होता है, पर इसमें सभी का सहयोग अनिवार्य है। उनकी सहभागिता के लिए ही एसपी संतोष सिंह ने पहले निजात व अब मिशन हिफाजत लॉन्च किया है। हिफाजत के बारे में बताते हुए कहा कि इस मिशन के दो मूल उद्देश्य हैं। पहला अधिक से अधिक लोगों को सड़क नियमों के प्रति जागरूक करना व दूसरा नियम तोड़ने वालों पर सतत कार्रवाई करना, ताकि वे सुधर जाएं। उप निरीक्षक एवं सर्वमंगला चौकी प्रभारी कृष्णा साहू ने कहा कि सिर पर लगी चोट अक्सर जानलेवा साबित होती है। सिर को हम करोड़ों रुपये देकर भी दूसरा नहीं खरीद सकते और न ही किसी की जिंदगी लौटा सकते हैं। उप निरीक्षक साहू ने छत्तीसगढ़ में हुए सड़क हादसों में हुई मौत के आंकड़े भी प्रस्तुत किए। उन्होंने बताया कि साल-दर-साल मौत के आंकड़े बढ़ रहे हैं। बीते वर्ष कोरबा में सड़क हादसे के चलते कुल 290 लोगों की जान गई। इन आंकड़ों को रोकना हम सब की जिम्मेदारी है, इसलिए नियमों को जीवन में शामिल कर खुद बचें और दूसरों को भी बचाएं।
0 अपनी सुरक्षा के साथ सबकी सुरक्षा का ध्यान रखें
कमला नेहरू महाविद्यालय के प्राचार्य डॉ. प्रशांत बोपापुरकर ने कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि सड़क नियमों के प्रति जागरूकता की यह पहल निस्संदेह अनुकरणीय है। एसपी संतोष सिंह के नेतृत्व एवं मार्गदर्शन में समय-समय पर जनहित व समाजहित को लेकर अनेक कार्यक्रम व अभियान आयोजित किए जाते हैं, जो खासकर स्कूल-कॉलेज के हमारे युवा विद्यार्थियों का मार्ग प्रशस्त करने महत्वपूर्ण हैं। चाहे व नशे से निजात हो या मिशन हिफाजत, इनके उद्देश्यों को जीवन में धारण करें तो निश्चित तौर पर हमारे भीतर एक अनुशासन विकसित होगा, जो सही दिशा देने के साथ सफलता की ओर हमें अग्रसर करता है। डॉ. बोपापुरकर ने सिटी कोतवाली थाना प्रभारी रूपक शर्मा एवं उनकी टीम का आभार जताया। मंच संचालन एनएसएस जिला संगठक वाईके तिवारी ने किया। इस अवसर पर प्रमुख रूप से हिंदी के सहायक प्राध्यापक टीवी नरसिम्हम, वानिकी विभागाध्यक्ष डॉ. सुनील तिवारी, कंप्यूटर विभाग से आशुतोष शर्मा, एनएसएस कार्यक्रम अधिकारी गोविंद उपाध्याय, शिक्षा संकाय के सहायक प्राध्यापक कुणाल दासगुप्ता, राकेश गौतम के अलावा एनएसएस स्वयंसेवक एवं छात्र-छात्राएं बड़ी संख्या में मौजूद रहे।