बांगो डैम में बढ़ रही है कीचड़ की परत, घटने लगी संग्रहण क्षमता
कोरबा। बांगो डैम के पानी भराव में क्षेत्र में साल दर साल कीचड़ की परत बढ़ रही है। इससे उसकी जल संग्रहण क्षमता घटने लगी है। बारिश के दौरान ऊपरी क्षेत्र से आने वाले पानी के साथ हर साल मिट्टी भी बहकर आती है। समय रहते कीचड़ नहीं निकाली गई तो सिंचाई के अलावा उद्योगों को पानी की आपूर्ति प्रभावित होगी।
बांगो डैम की कुल जल भराव क्षमता 3046 मिलियन क्यूबिक मीटर है। मिट्टी भराव के कारण इसकी क्षमता 2894 मिलियन क्यूबिक मीटर हो गई है। वजह यह है कि जल के भरती वर्ष-दर-वर्ष मिट्टी की परत बांध की जल सतह पर बढ़ती जा रही है। इसकी जांच जल संसाधन विभाग ने रिमोर्ट सेंसर टेक्निक से जांच कराया है। यह वह तकनीक है जो इस बात की जानकारी देते है कि वर्षवार मिट्टी की परत कितनी जमी है। जल संसाधन विभाग ने दो साल पहले निदान के लिए मिट्टी निकालने के लिए प्राक्कलन तैयार राशि 10 करोड़ राशि की मांग की थी। बांध की सुरक्षा की दृष्टि से यह आवश्यक है। बांगो डैम के पानी से 24 छोटे-बड़े औद्योगिक संयंत्र के अलावा रायगढ़, जांजगीर के तीन लाख 62 हजार हेक्टेयर कृषि भमि में को जलापूर्ति होती है। इससे जल संसाधन को प्रति वर्ष 68 करोड़ का राजस्व मिलता है। करोड़ों की कमाई देने के बाद भी बांध अपनी सुरक्षा के लिए मोहताज है। पानी का उपयोग सिंचाई और उद्योग के अलावा निस्तारी के लिए भी होता है। अकेले शहरी क्षेत्र दो बड़े जल आवर्धन योजनाओं से शहर के नौ लाख आबादी को जल आपूर्ति होती है। शहर के अलावा अब उपनगरीय क्षेत्रों व अन्य जिलों में पेयजल निदान के लिए पानी की मांग बढ़ने लगी है। ऐसे में जल भराव क्षमता में कमी योजनाओं के विफलता का कारण बन सकता है। लगातार दो साल से बांध में पूर्ण भराव के कारण पानी की समस्या नहीं हुई है।