October 5, 2024

श्रीराम और कृष्ण ने पर्यावरण संरक्षण का दिया है संदेश

0 वृंदावन रसिक भागवताचार्य श्रीहित ललितवल्लभ नागार्च की पत्रकारवार्ता
कोरबा।
पं. रविशंकर शुक्ल नगर के चिल्ड्रन पार्क में श्रीमद् भागवत कथा का आयोजन किया जा रहा है। व्यासपीठ पर श्रीधाम वृंदावन रसिक भागवताचार्य श्रीहित ललितवल्लभ नागार्च कथा का वाचन करने पहुंचे हैं। इस दौरान उन्होंने प्रेस क्लब तिलक भवन में पत्रकारों से चर्चा करते हुए कहा कि देवताओं ने पर्यावरण संरक्षण और देह दान का संदेश दिया है। कथा के माध्यम से इसके प्रति लोगों को जागरूक करने का काम किया जा रहा है।
उन्होंने कहा कि भगवान श्रीराम ने पर्यावरण के प्रति अपना पूरा जीवन समर्पित कर दिया। 14 वर्ष उन्हें राजमहल में व्यतीत करना था, लेकिन उन्होंने राष्ट्रीय पर्यावरण को यह कार्यकाल समर्पित किया। भगवान श्री कृष्ण ने कालिया नाग को यमुना नदी से बाहर निकाल कर नदियों को प्रदूषण से मुक्ति का संदेश दिया है। उन्होंने कहा कि कथा के माध्यम से यह संदेश दिया जाता है कि भगवान कृष्ण ने गिरिराज पर्वत को अपनी उंगली में उठाकर यह यह बताया कि मैं ईश्वर हूं, इसके बाद भी प्रकृति की शरण में आना ही होगा। भागवताचार्य ने कहा कि कथा में प्रसंग आता है कि ऋषि दधीचि ने देवताओं के हित के लिए अपना अंग दान कर दिया था। अपने कथा के माध्यम से अंगदान का संदेश भी देते हैं। उन्होंने बताया कि रायपुर में आयोजित कथा में 6 लोगों ने नेत्र और 2 लोगों ने देह दान किया था। कथा में रक्तदान शिविर का आयोजन भी किया गया था। बालाघाट की कथा में 6 लोगों ने देह दान किया था। उन्होंने कहा कि कथाओं का कभी व्यापारीकरण नहीं किया है। वंशानुगत भगवत कथा वाचक की परंपरा का निर्वहन करते आ रहे हैं। यहां आठवीं पीढ़ी में कथा वाचन का सौभाग्य उन्हें मिला है। उन्होंने कहा कि छत्तीसगढ़ से विशेष लगाव है यह आचार्यों की जन्मभूमि है। रविवार को भव्य शोभायात्रा के साथ कथा की शुरुआत की गई। शोभायात्रा में बड़ी संख्या में बच्चे महिलाएं एवं पुरुष पितांबर वस्त्र धारण कर शामिल हुए। शोभायात्रा के दौरान कर्मा पार्टी ने आकर्षक नृत्य भी प्रस्तुत किया। शोभायात्रा कथा स्थल से प्रारंभ होकर पूरे वार्ड में भ्रमण करते हुए वापस कथा स्थल पहुंची। 5 फरवरी से प्रारंभ हुए आयोजन का समापन 11 फरवरी को होगा। अगले दिन 12 फरवरी को विशाल भंडारा का आयोजन भागवत कथा परिवार की ओर से किया जाएगा।

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