करोड़ों खर्च के बाद भी गेवरा कॉलोनी में गंदगी का अंबार
0 एसईसीएल प्रबंधन स्वच्छता अभियान पर लगा रही बट्टा
कोरबा। एक ओर जहां देश भर में स्वच्छता अभियान में जोर दिया जा रहा, वहीं साउथ इस्टर्न कोलफील्ड्स लिमिटेड (एसईसीएल) प्रबंधन इस अभियान पर बट्टा लगा रही है। गेवरा कॉलोनी के लिए वर्ष मई 2021 से मई 2023 के लिए 2.93 करोड़ से भी अधिक राशि का सफाई के लिए ठेका दिया गया है। इसके बावजूद नियमित तौर पर साफ-सफाई नहीं की जा रही। ठेकेदार की लापरवाही से कॉलोनी की सफाई व्यवस्था चरमरा गई है। इस बीच प्रबंधन ने कोई कार्रवाई करने की जगह 1.70 करोड़ का भुगतान करने की तैयारी कर ली है।
एसईसीएल गेवरा क्षेत्र के पुराना एमडी कॉलोनी में प्रबंधन ने साफ-सफाई के लिए दो वर्ष का ठेका सामर्थ साफ्टीच साल्यूशन प्राइवेट लिमिटेड एंड एसआर एमएपी टेक्नोलाजिस जेबी को आबंटित किया है। ठेका आबंटित किए जाने के बाद से कॉलोनी में पर्याप्त साफ-सफाई नहीं हो रही। जगह-जगह कचरे का ढेर, डस्टबिन के भरने से कचरा नीचे गिर रहा है। इससे मार्ग में आवागमन करने वाले लोगों को परेशानी उठानी पड़ रही है। सफाई न होने से बीमारी फैलने का भी भय बन गया था। इस पर कॉलोनीवासियों ने संयुक्त रूप से पत्र लिख कर प्रबंधन को शिकायत पत्र सौंपते हुए सफाई कराने की मांग की। उन्होंने सफाई नहीं होने पर निरीक्षण करने की भी बात कही। साथ ही आरोप लगाया कि बिना काम बिल का भुगतान कर दिया गया। इसकी उच्च स्तरीय जांच की मांग भी की। इसके साथ ही वार्ड के पार्षद नील कुसुम खेस ने भी महाप्रबंधक को पत्र लिख कर साफ-सफाई में अनियमितता बरते जाने का आरोप लगा जांच की मांग की और कॉलोनी में सफाई कराने कहा। कॉलोनी में सफाई नहीं होने पर रविंद्र कुमार स्वर्णकार ने सूचना के अधिकार के तहत जानकारी मांगी। इस पर बताया गया कि कॉलोनी का सफाई का जिम्मा एक निजी कंपनी को 24 मई 2021 में सौंपा गया था और उसके कार्य समाप्त होने की अवधि 23 मई 2023 है। अभी तक कंपनी को 1.70 करोड़ का भुगतान करने का बिल पास कर भुगतान के लिए वित्त विभाग भेजा जा चुका है।