November 22, 2024

विभिन्न मांगों को लेकर आंगनबाड़ी कार्यकर्ता सहायिका संघ फिर से अनिश्चितकालीन आंदोलन की राह पर

0 14 से 21 दिसंबर तक आंदोलन के पश्चात दिया गया आश्वासन पर ठोस कदम नहीं उठाए जाने से आंगनबाड़ी कर्मी नाराज
कोरबा।
भारतीय मजदूर संघ से संबंद्ध छत्तीसगढ़ आंगनबाड़ी कार्यकर्ता सहायिका संघ पिछले 9 फरवरी से पूरे प्रदेश भर में पुन: अनिश्चितकालीन आंदोलन कर रहे हैं। प्रदेश के साथ-साथ कोरबा जिले में भी आंगनबाड़ी कार्यकर्ता सहायिका संघ जिला कोरबा द्वारा प्रत्येक ब्लॉक मुख्यालयों में काम काम बंद हड़ताल करते हुए अनिश्चितकालीन आंदोलन किया जा रहा है।

भारतीय मजदूर संघ के जिला मंत्री नवरतन बरेठ ने बताया कि बीते 14 दिसंबर से लेकर 20 दिसंबर तक पूरे प्रदेश भर में आंगनबाड़ी कार्यकर्ता सहायिका संघ की ओर से 8 सूत्रीय मांगों को लेकर आंदोलन किया गया। संघ की मांगों में समस्त आंगनबाड़ी कर्मियों को शासकीय कर्मी घोषित करने, पिछले 9 माह का एरियस का भुगतान करने, केंद्र सरकार के अनुरूप आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं को 18 हजार एवं सहायिकाओं को 9000 रुपये वेतन देने एवं तब तक कलेक्टर दर पर भुगतान करने, मिनी आंगनबाड़ी को मुख्य आंगनबाड़ी में परिवर्तित करने, आंगनबाड़ी कर्मियों को जीवन निर्वाह भत्ता प्रदान करने, नई शिक्षा नीति 2020 के अंतर्गत आंगनबाड़ी केंद्रों को प्री प्राइमरी स्कूल में परिवर्तित करने तथा आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं को प्री प्राइमरी टीचर एवं सहायिकाओं को प्री प्राइमरी असिस्टेंट टीचर बनाए जाने आदि शामिल है। आंदोलन के पश्चात सभी जिलों में रैली निकालकर मुख्यमंत्री छत्तीसगढ़ शासन एवं प्रधानमंत्री भारत सरकार को समस्याओं का निराकरण हेतु जिला कलेक्टर के माध्यम से ज्ञापन दिया गया था। पिछले 20 दिसंबर को महिला एवं बाल विकास मंत्री छत्तीसगढ़ अनिला भेड़िया से चर्चा की गई थी, जिसमें समस्याओं का निराकरण पर करवाई करने की आश्वासन दिया गया था। उसके बाद संघ ने आंदोलन को स्थगित कर दिया था, लेकिन आज दिनांक तक सरकार की ओर से किसी भी प्रकार का ठोस पहल नहीं किये जाने से आंगनबाड़ी कार्यकर्ता सहायिका 9 फरवरी से पुन: आंदोलन पर बैठे हुए हैं। कोरबा जिले में प्रत्येक ब्लॉक मुख्यालय कटघोरा, पाली, पोड़ी उपरोड़ा, करतला व कोरबा में आंगनबाड़ी का संचालन बंद करते हुए अनिश्चितकालीन आंदोलन चल रहा है।
आंगनबाड़ी कर्मियों के आंदोलन पर जाने से पूरे प्रदेश के साथ-साथ कोरबा जिले में भी आंगनबाड़ी केंद्रों पर ताला लटका हुआ है। सरकार की बहुआयामी योजना पोषण आहार जैसे विभिन्न योजनाओं का क्रियान्वयन नहीं हो रहा है। आंगनबाड़ी कर्मियों ने आंदोलन करते हुए सरकार को चेतावनी दी है कि यदि उनकी मांगों पर जल्द से जल्द ध्यान नहीं दिया जाता है, तो आगामी 22 फरवरी को रायपुर कूच करते हुए विधानसभा का घेराव करेंगे एवं भारतीय मजदूर संघ के विशाल रैली में शामिल होंगे।

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