November 22, 2024

ढेलवाडीह सब एरिया दफ्तर के घेराव की दी चेतावनी

0 पानी की समस्या का समाधान करने व नुकसान की क्षतिपूर्ति देने की मांग
कोरबा।
एसईसीएल ढेलवाडीह कोयला खदान से प्रभावित गांव ढपढप और कसरेंगा में पेयजल संकट गहरा गया है। खदान के कारण गांव के कुआं और बोरहोल सूख गए हैं। कई घरों में दरार पड़ गई है। पानी की समस्या के समाधान के साथ ग्रामीणों को हुए नुकसान की क्षतिपूर्ति देने की मांग को लेकर छत्तीसगढ़ किसान सभा के नेतृत्व में ग्रामीणों ने कोरबा महाप्रबंधक के नाम ढेलवाडीह सब एरिया मैनेजर को ज्ञापन सौंपा। समस्याओं का समाधान नहीं होने पर 6 मार्च को सब एरिया कार्यालय ढेलवाडीह घेराव की चेतावनी दी है ।
ढपढप पंचायत के पंच नरेंद्र यादव और कंवल सिंह बिंझवार ने बताया कि ढेलवाडीह खदान के कारण ढपढप और कसरेंगा का जल स्तर काफी नीचे चला गया है। पेयजल निस्तारी के साथ मवेशियों के लिए पानी की समस्या विकराल रूप ले चुका है। प्रबंधन को कई बार समस्या से अवगत कराया गया है, लेकिन प्रबंधन ग्रामीणों की पानी समस्या को लेकर गंभीर नहीं है। ढपढप की राजमती,रामायण बाई ने कहा कि एसईसीएल प्रबंधन द्वारा पिछले साल खानापूर्ति के नाम पर टैंकर चलाया गया जो नियमित नहीं आता था। सभी ग्रामीणों को पानी नहीं मिलता था और जो पानी दिया जाता था वह पानी पीने योग्य नहीं रहता था। पहले जो कुंआ था वह खदान के कारण पूरी तरह से सूख गया है।घरों में दरार आ गई है। ग्रामीण डर के साए में रहने के लिए मजबूर है। किसान सभा नेता प्रशांत झा और जवाहर सिंह कंवर ने बताया कि एसईसीएल किसानों की जमीन लेने के बाद गांव की मूलभूत सुविधाओं को देने में तनिक भी गंभीर नहीं है। इससे साफ है कि एसईसीएल प्रबंधन को केवल कोयला उत्पादन से मतलब है। प्रबंधन को आम जनता की सुविधाओं से कोई लेना देना नहीं है। किसान सभा ने एसईसीएल के इस रवैये की निंदा करते हुए प्रभावित गांव में मूलभूत सुविधा पानी की समस्या के साथ ग्रामीणों को हुए नुकसान का मुआवजा नहीं मिलने पर प्रबंधन के खिलाफ उग्र आंदोलन की चेतावनी भी दी है। उन्होंने कहा कि गांव में पानी पूर्ति के साथ सभी मांगो को समय में पूरा नहीं जाता है तो 6 मार्च को कार्यालय में तालाबंदी करते हुए घेराव किया जाएगा। ज्ञापन सौंपने के दौरान सुभद्रा, बुधवारो बाई, मत कुंवर, सुनीला, मंगली बाई, शांति बाई, रामायण बाई, कृष्णा बाई, दामोदर श्याम, नरेंद्र यादव आदि शामिल थे।

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