November 7, 2024

जमीन अर्जन के बाद भी नहीं मिली नौकरी, परेशान ग्रामीण ने दी आत्मदाह की चेतावनी

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0 3 मार्च को दोपहर एक बजे गेवरा जीएम माइनिंग ऑफिस में करेगा आत्मदाह
कोरबा।
मैं महीनों से रोजगार पाने ऑफिस का चक्कर काट कर हार चुका हूं। इस कारण में एसईसीएल गेवरा जीएम माइनिंग के ऑफिस में 3 मार्च दोपहर 1 बजे आत्मदाह करूंगा। भिलाईबाजार के ग्रामीण अनिल कुमार पाटले ने कलेक्टर व पुलिस अधीक्षक के नाम सौंपे ज्ञापन में उक्त चेतावनी दी है।
ज्ञापन में उल्लेख किया है कि वह एसईसीएल गेवरा परियोजना का भू-विस्थापित है। उसके पिता रेशमलाल पाटले के नाम से बाहनपाठ में शमिलात जमीन का अर्जन किया गया है। अर्जित भूमि के एवज में उसके नाम से भू-विस्थापित प्रमाण पत्र भी बन चुका है। 7 दिसंबर 2022 को एसईसीएल गेवरा प्रबंधन, जिला प्रशासन व ग्रामीणों के बीच त्रिपक्षीय वार्ता हुई थी। इसमें सहमति बनी थी कि परियोजना के कंपनियों में रोजगार के लिए सर्वप्रथम भू-विस्थापितों को प्राथमिकता दी जाएगी। उसने हरिराम गोदारा कंपनी में रोजगार के लिए 10 दिसंबर को आवेदन जमा किया। इस पर परियोजना ने वीटीसी नहीं होने का हवाला दिया। वीटीसी पूरा होने के बाद रोजगार के लिए 6 लोगों के नाम की लिस्ट निकाली गई, लेकिन आज पर्यंत तक उसे रोजगार नहीं मिला। गोदारा कंपनी के जीएम से मुलाकात की तो वे कंपनी में जगह नहीं होने की बात कहने लगे। एसईसीएल गेवरा जीएम माइनिंग से मिले तो उन्होंने भी समस्या का निराकरण नहीं किया। ज्ञापन में कहा गया है कि उल्टे ऑफिस से भगा दिया। अनुविभागीय अधिकारी कटघोरा से मिलकर अपनी समस्याओं से उन्हें अवगत कराया, लेकिन जब इस पत्र को जीएम माइनिंग को देने पहुंचे तो उनसे मिलने देने की बजाय पीए ने मैं दिखा दूंगा कहते हुए भगा दिया। अब वह कार्यालयों के चक्कर काट-काटकर थक चुका है, जिसे लेकर उसने तीन मार्च को आत्मदाह की चेतावनी दी है।

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