कुसमुंडा खदान में ग्रामीणों का आंदोलन, रोका कोल परिवहन
कोरबा। एसईसीएल कुसमुंडा खदान में किए जा रहे ब्लास्टिंग से बरपाली मोहल्ला के ग्रामीण परेशान हैं। तेज आवाज व प्रदूषण के कारण बीमारियों का खतरा बढ़ने लगा है। इसे लेकर स्थानीय लोगों ने विस्थापन की मांग को लेकर मुख्य महाप्रबंधक को ज्ञापन सौंपते हुए सात दिवस का अल्टीमेटम दिया था। मांग पूरी नहीं होने पर बुधवार को कामकाज ठप कर दिया। आंदोलन कर रहे बरपाली मोहल्ला के ग्रामीणों को प्रबंधन ने लिखित आश्वासन दिया है कि 5 मार्च सुबह 11 बजे मामले में चर्चा की जाएगी। इसके लिए महाप्रबंधक सभागार में बैठक आयोजित किए जाने आश्वस्त किया गया है। इस आश्वासन पर आक्रोशित ग्रामीणों ने आंदोलन समाप्त किया।
बरपाली मोहल्ला तक एसईसीएल कुसमुंडा खदान का खनन का कार्य पहुंच चुका है। खदान में हो रहे हैवी ब्लास्टिंग व भारी भरकम मशीनों के कारण तेज आवाज आती है। धूल व कोल डस्ट के कारण बीमारी फैलने का खतरा बढ़ गया है। स्थानीय पार्षद अजय प्रसाद के नेतृत्व में आंदोलन किया गया। उन्होंने कहा कि ब्लास्टिंग से मकानों में दरार पड़ रही है। कुसमुंडा खदान के ब्लास्टिंग के कारण घरों में पत्थर गिर रहे हैं। इसे लेकर ग्रामीणों ने अन्यत्र विस्थापन की मांग की। आंदोलन से तीन घंटे तक कोयला परिवहन बाधित रहा।