December 23, 2024

स्वर्ण बिन्दु प्राशन संस्कार से बढ़ती है रोग प्रतिरोधक क्षमता : डॉ. नागेन्द्र

कोरबा। बच्चों को विलक्षण प्रतिभाशाली बनाने एवं बच्चों में रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने के लिए बच्चे रहे स्वस्थ योजनान्तर्गत डॉ. नागेन्द्र नारायण शर्मा ने निहारिका कोरबा स्थित पतंजलि चिकित्सालय में 4 मार्च शनिवार को पुष्य नक्षत्र में आयुर्वेदिक इम्यूनाईजेसन प्रोग्राम के तहत बच्चों को स्वर्ण बिंदु प्राशन ड्रॉप्स पिलाकर आयुर्वेद पद्धति से टीकाकरण किया। साथ ही उन्हें वर्ष 2023 के वर्ष भर की पुष्य नक्षत्र के दिनांक का कैलेंडर युक्त स्वर्ण बिंदु प्राशन कार्ड भी प्रदान किया गया, जिससे नियमित स्वर्ण प्राशन कराने में किसी प्रकार की असुविधा न हो।
स्वर्ण बिंदु प्राशन संस्कार के बारे में बताते हुए संस्थान के चिकित्सक वैद्य डॉ. नागेन्द्र ने बताया कि स्वर्ण बिंदु प्राशन संस्कार बच्चों की रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने के लिये आयुर्वेदिक पद्धति द्वारा किया जाने वाला टीकाकरण है, जो प्राचीन समय से चला आ रहा है। स्वर्ण बिंदु प्राशन संस्कार में प्रमुख रूप से शुद्ध स्वर्ण भस्म का प्रयोग होता है। स्वर्ण भस्म शरीर के प्रत्येक कोशिकाओं में प्रवेश कर उनके असंतुलन तथा विकृति को दूर कर शरीर के प्रत्येक अंग की शक्ति और क्षमताओं को वृद्धि कर रोग प्रतिरोधक क्षमता को मजबूत बनाता है। जैसा कि सर्वविदित है कि सभी प्रकार के रोगों उसमें से भी खासकर संक्रामक रोगों से ग्रसित होने का मुख्य कारण रोग प्रतिरोधक क्षमता का कमजोर होना है। स्वर्ण बिंदु प्राशन संस्कार रोग प्रतिरोधक क्षमता को मजबूत कर बच्चों को सभी प्रकार के संक्रामक रोगों से लड़ने की क्षमता प्रदान कर उन्हे रोगों से सुरक्षा प्रदान करता है। स्वर्ण बिंदु प्राशन संस्कार में डॉ. नागेन्द्र के अलावा प्रतिभा शर्मा, नेत्रनन्दन साहू, कमल धारीया, अश्विनी बुनकर, राकेश इस्पात, रोशन कुंजल एवं सिद्धराम शाहनी ने विशेष रूप से उपस्थित होकर अपना महत्वपूर्ण योगदान दिया।

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