विश्व मुख स्वास्थ्य दिवस के उपलक्ष्य में आईपीएस दीपका में आयोजित हुए विविध कार्यक्रम
0 रोचक प्रश्नोत्तरी सेमीनार एवं इंटरेस्टेड एक्टिविटी से विद्यार्थियों ने जाना मुख की स्वच्छता का महत्व
कोरबा। इंडस पब्लिक स्कूल दीपका में विश्व मुख स्वास्थ्य दिवस के उपलक्ष्य में विभिन्न कार्यक्रमों का आयोजन किया गया। आयोजन में विद्यालय की विज्ञान शिक्षिका प्रज्ञा शुक्ला एवं दीक्षा शर्मा ने विशेष भूमिका निभाई। कक्षा बारहवीं विज्ञान संकाय के विद्यार्थियों ने विभिन्न एक्टिविटी के माध्यम से मानव मुख की संरचना एवं उसके अंको का अध्ययन किया। जीवविज्ञान प्रयोगशाला में विद्यार्थियों ने मानव मुख के सभी अंगों जैसे दांत, जीभ, तालू इत्यादि का बारीकी से अध्ययन किया। शिक्षिका प्रज्ञा शुक्ला एवं दीक्षा शर्मा ने विद्यार्थियों को मानव मुख की संरचना एवं उसके अंगों के कार्यों से अवगत कराया। तत्पश्चात विद्यालय के सभागार में विश्व मुख स्वास्थ्य दिवस के उपलक्ष्य में मुख स्वास्थ्य विषय पर कार्यशाला आयोजित की गई। इस कार्यशाला में विद्यालय के शिक्षक-शिक्षिकाओं सहित विद्यार्थियों ने शिरकत की।
कार्यशाला का संचालन विशेष आमंत्रित डॉ. इम्तियाज ने किया। उन्होंने बताया कि मानव शरीर में प्रत्येक अंग महत्वपूर्ण है। प्रत्येक अंग का अपना एक विशेष कार्य है। मानव तन में नाखून, बाल तथा तमाम रोम छिद्रों से लेकर यकृत, गुर्दा, हृदय, फेफड़ा सभी का समान रूप से महत्व है। यदि शारीरिक अंगों में से किसी ने भी सुचारू रूप से कार्य करना बंद कर दिया तो हमारे लिए समस्या बड़ी हो जाती है। रही बात मुख की तो आप सभी को विदित है कि प्रत्येक इंसान मुस्कुराता एवं तनाव मुक्त खिलखिलाता चेहरा ही पसंद करता है। यदि हमारे मुख में कोई समस्या नहीं है तो बेशक हमारी सांसें भी तरोताजा रहेंगी और यदि कोई भी समस्या है तो यह हमारे साथ-साथ अन्य के लिए भी परेशानी का सबब बनता है। आज अनियमित खानपान और अनियमित दिनचर्या तथा सही देखभाल नहीं करने के कारण हमारे देश सहित संपूर्ण विश्व में लोग मुख की विभिन्न समस्याओं से ग्रसित है। जैसे दुर्गंध युक्त श्वांस (पायरिया), दांतों की सड़न, मसूड़ों में सूजन, मुंह का पूरा नहीं खुलना इत्यादि। हमें एक अच्छे व स्वस्थ मुख के लिए ज्यादा मीठा खाने से बचना चाहिए, धूम्रपान और शराब का सेवन न करें, लगातार समयानुसार मुख की सफाई करते रहें, समय-समय पर डेंटिस्ट के पास अवश्य जाएं जिससे कि हम अपने मुख के स्वास्थ्य के बारे में जागरूक रहेंगे। इस वर्ष प्राउड ऑफ योर माऊथ थीम पर विश्व मुख स्वास्थ्य दिवस मनाया जा रहा है। डॉ. इम्तियाज ने बताया कि दांतों में बैक्टिरिया और फूड और एसिड से दांतों का इनेमल कनेक्टिव टिस्यू डैमेज होने लगते हैं, जिससे दांत खराब होने लगते हैं। इसके लक्षण हैं ब्रश करते समय मसूड़ों में खून आना, मुंह से बदबू आना, ठंडा या गरम खाने से दांतों में झनझनाहट होना, मुंह में गांठ या छाले हो जाना। हमें नियमित रूप से मुंह एवं दांतों की स्वच्छता पर विशेष ध्यान देना चाहिए ।
सेमिनार का विद्यार्थियों ने भरपूर लाभ उठाया इसके पश्चात विभिन्न रोचक प्रश्नों से विद्यार्थियों को मुख के महत्व एवं स्वस्थ मुख के लिए आवश्यक देखभाल से संबंधित जानकारी दी गई। पावर-प्वाइंट प्रेजेन्टेशन से विद्यार्थियों को मानव मुख की संरचना एवं प्रश्नों से अवगत कराया गया। प्राचार्य डॉ. संजय गुप्ता ने कहा कि खराब मौखिक स्वास्थ्य न केवल विभिन्न रोगों को जन्म देता है अपितु हृदय रोग, मधुमेह, श्वसन समस्या का भी कारण बन सकता है। हमें अपने मौखिक स्वास्थ्य का विशेष ध्यान रखना चाहिए। हमें अपने मुंह एवं दांतों की स्वच्छता के साथ कभी समझौता नहीं करना चाहिए। यदि कोई समस्या हो तो तुरंत डेंटिस्ट से संपर्क करना चाहिए। हमारी अच्छी मुस्कुराहट हमारे स्वस्थ मुख का परिचय कराती है। हमें अन्य अंगों के साथ ही साथ मुख के स्वास्थ्य पर भी विशेष ध्यान देना चाहिए।