November 8, 2024

मुर्दा बने मनरेगा में मजदूर, तीन साल की मजदूरी भुगतान

0 रोजगार सहायिका के खिलाफ शिकायत, जांच की मांग
कोरबा।
मनरेगा में मुर्दे मजदूरी करते हैं। उनकी मजदूरी का भुगतान भी किया जाता है। इस तरह का फर्जीवाड़ा कोरबा जिले में किया जा रहा है। इसकी शिकायत अब प्रशासन तक पहुंच चुकी है।
एक मृत ग्रामीण को मनरेगा में मजदूर दर्शाकर पिछले 3 साल से उसका जॉब कार्ड भी क्रियान्वित रहा। मृत मजदूर के नाम से 74 हजार 680 रुपये का भुगतान भी हुआ। इस मामले की शिकायत ग्राम खम्हरिया निवासी बीरू कुमार ने कलेक्टर से किया है। शिकायत में उन्होंने कहा है कि ग्राम पंचायत खम्हरिया की रोजगार सहायिका अनिता सोनवानी पति अमर लाल ने मृतक मजदूर राजकुमार पिता दयाराम सतनामी निवासी खम्हरिया के नाम पर जॉब कार्ड के माध्यम से रोजगार गारंटी योजना में हाजिरी दर्ज कर कार्ड नंबर 159-बी के जरिए लगभग 74680 रुपये एवं बैंक ऑफ बडौदा में संचालित रोजगार सहायिका के उक्त बैंक खाता में दर्ज करा कर फर्जीवाड़ा कर रही हैं। बताए अनुसार राजकुमार पाटले पिता दयाराम की मृत्यु 19 जुलाई 2019 को हो चुकी है, जिसका मृत्यु प्रमाण पत्र भी जारी हो चुका है, लेकिन उसने वर्ष 2022 के अंत तक विभिन्न निर्माण कार्यों में काम किया है। आरोप यह भी है कि रोजगार सहायिका और उसके पति व रिश्तेदारों के नाम पर फर्जी जॉब कार्ड भी है। कार्ड नंबर 184-बी पुष्पा, 297-ए अमन, 439 अमन, अमरलाल, 481 गीता, 482 ईश्वर, 423 राजकुमार, 474 ललिता, 484 अजय, 432 दिव्या सोनी, 624 सरिता तथा जॉब कार्ड नंबर 628 अहिल्या के नाम पर है। इस संबंध में शिकायत सूचना 22 फरवरी को भी दिया गया था, लेकिन जिला प्रशासन की ओर से किसी प्रकार के कोई कार्रवाई आज तक नहीं हुई, बल्कि जनपद पंचायत अधिकारी द्वारा जॉब कार्ड नंबर 159-बी मृतक राजकुमार का नंबर को डिलीट करवा दिया गया। शिकायतकर्ता ने पुन: 21 मार्च को कलेक्टर से शिकायत करते हुए आग्रह किया है कि इस भ्रष्टाचार में संलिप्त लोगों तथा फर्जी तरीके से सरकार की राशि का गबन करने वालों के विरूद्ध कानूनी कार्रवाई कर दोषी को निलंबित किया जाए।
0 प्रशासन के आंकड़े पर उठा सवाल
अगर यह शिकायत सही है तो जिला प्रशासन ने मनरेगा का गलत आंकड़ा प्रस्तुत कर वाहवाही लूटने के लिए छत्तीसगढ़ में कोरबा जिला को नंबर वन बताया है। 25 फरवरी 2023 को जिला प्रशासन कोरबा से जारी किए गए समाचार के अनुसार प्रदेश में प्रथम स्थान पर, 99.72 प्रतिशत एफटीओ समय-सीमा में जारी, 91 करोड़ रुपये का किया गया मजदूरी भुगतान। जिले में महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी अधिनियम अंतर्गत कराये गये कार्यों के समयबद्ध मजदूरी भुगतान में इस वर्ष कोरबा जिला अब तक प्रदेश में अव्वल नंबर पर है। वहीं इस साल जिले में अब तक मजदूरी भुगतान हेतु 99.72 प्रतिशत फंड ट्रांसफर आर्डर (एफटीओ) समय-सीमा में जारी किया गये हैं। जिले में अब तक वित्तीय वर्ष 2022-23 में 90.99 करोड़ रुपये का मजदूरी भुगतान श्रमिकों के खातों में किया गया है। कलेक्टर संजीव झा मनरेगा की निरंतर समीक्षा एवं सतत मॉनिटरिंग की कर रहे हैं।,जिसके परिणाम स्वरूप कोरबा जिला समयबद्ध मजदूरी भुगतान में प्रदेश में शीर्ष पर बना हुआ है। मगर शिकायत के बाद प्रशासन के इस आंकड़े पर सवाल उठने लगा है।

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